Motilal Vora: जब वोरा का बाल काटने के लिए रातभर थाने में कैद रहे 4 नाई, पैरों में गिरकर कर दी थी ये फरमाइश
Motilal Vora Passed Away: कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा का सोमवार को निधन हो गया। वो 93 साल के थे, साथ ही लंबे वक्त से उनकी तबीयत भी खराब चल रही थी। जिस वजह से रविवार रात उनको एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया, जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली। रविवार को ही उनका जन्मदिन भी था। बतौर मुख्यमंत्री और राज्यपाल उनके जीवन से जुड़े बहुत से किस्से चर्चित हैं, लेकिन इसमें ज्यादा दिलचस्प उनके बाल कटवाने का एक किस्सा है।
रात में बाल कटवाने का हुआ मन
जब मोतीलाल वोरा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, उसी दौरान राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) ने ग्वालियर जाने का प्लान बनाया। राजीव गांधी के दौरे को लेकर प्रशासन ने सारी तैयारियां पूरी कर लीं। साथ ही मोती लाल वोर भी दौरे से एक दिन पहले उनके स्वागत के लिए ग्वालियर पहुंच गए। सोने से पहले अचानक उनकी नजर बालों पर पड़ी। उनको लगा कि राजीव गांधी जैसे दिग्गज नेता से मिलने से पहले बालों को कटवाना जरूरी है। जिस वजह से उन्होंने बाल कटवाने की बात अपने सचिव केडी कुकरेती से बताई।
रात में कहां से आएं नाई?
जब कुकरेती को ये बात पता चली तो रात के 1 बज रहे थे। अब वो असमंजस में पड़ गए कि इतनी रात को नाई कहां से लाया जाए। उन्होंने तुरंत ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक (SP) को फोन घुमा दिया। मामला मुख्यमंत्री का था जिस वजह से एसपी ने भी तुरंत कोतवाली फोन किया। इस फोन के बाद सभी पुलिसकर्मी वाहन लेकर नाई की तलाश में निकल पड़े। बड़ी मुश्किल से इलाके के चार नाइयों को जगाकर लाया गया, लेकिन तब तक मुख्यमंत्री जी सो चुके थे। जिस पर उनके सचिव कुकरेती ने सुबह बाल कटवाने की बात कही।
नाई ने किया ये निवेदन
सुबह किसी भी वक्त वोरा राजीव गांधी के कार्यक्रम के लिए निकल सकते थे। मामला मुख्यमंत्री से जुड़ा था, इसलिए अगर सुबह नाई ना मिलते तो भी समस्या थी। ऐसे में पुलिसकर्मियों ने चारों नाइयों को थाने में ही रातभर बैठाए रखा। इस दौरान उनके लिए खाने और चाय की भी व्यवस्था की गई। सुबह मुख्यमंत्री जगे और चारों नाई सर्किट हाउस पहुंचे। इस पर उनके सचिव ने एक का चयन किया। मुख्यमंत्री का बाल तो नाई ने काट दिया, इसके बाद वो उनके पैरों में गिर पड़ा। साथ ही एक फोटो खिंचवाने की बात कही। वोरा को भी रात भर थाने में नाई के बैठाए जाने का मामला पता नहीं था, फिर भी उन्होंने हां बोल दिया। अब समस्या थी कि इतनी सुबह फोटोग्राफर कहां से आए, हालांकि नाई चालाक था, उसने रात को ही फोटोग्राफर की व्यवस्था कर ली थी।
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