निर्भया केस के दोषियों की फांसी में देरी पर ब्रिटिश महिला का आया बयान, 15 साल की बेटी की गोवा में हुई थी रेप के बाद हत्या
नई दिल्ली। निर्भया केस में मौत की सजा पाए चारों दोषियों की फांसी में हो रही देरी पर ब्रिटिश महिला फियोन मैकॉन का बयान आया है। फियोन मैकॉन की 15 साल की बेटी स्कारलेट की साल 2008 में गोवा में दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। 11 साल बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले में सैमसन डिसूजा को 10 साल जेल की सजा सुनाई थी। इस चर्चित केस की जांच सीबीआई कर रही थी।
फियोन ने कहा- ये बहुत पीड़ादायक
निर्भया की मां आशा देवी ने पिछले दिनों कहा था कि चारों दोषियों को एक-एक करके फांसी दी जाए ताकि कानून से खिलवाड़ से करने का नतीजा इनको पता चले। इसपर फियोन मैकॉन ने कहा कि, ये बहुत पीड़ादायक है। उन्होंने कहा कि इतना लंबा इंतजार वाकई डरावना है। मैं उनके (निर्भया की मां) दर्द को समझ सकती हूं जो सात सालों से दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने का इंतजार कर रही हैं।
स्कारलेट की 2008 में गोवा में रेप के बाद हुई थी हत्या
फियोन मैकॉन इस वक्त अपनी दूसरी बेटी के साथ गोवा में हैं, जो स्कारलेट की हत्या के वक्त 11 साल की थी। फियोन मैकॉन ने कहा कि ये वाकई पीड़ादायक है कि पीड़िता के परिवार को न्याय के लिए इतना इंतजार करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वे निर्भया केस के बारे में जानकारी लेती रहती हैं। बता दें कि निर्भया के चारों गुनहगारों के खिलाफ डेथ वारंट जारी हो चुका है और चारों दोषियों को 1 फरवरी को फांसी पर लटकाया जाना है।
चारों दोषियों को दी जानी है 1 फरवरी को फांसी
चार में से दो दोषियों ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। जबकि दोषी मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति ने खारिज कर दी है। पटियाला कोर्ट ने दोषियों को 22 जनवरी को फांसी देने का डेथ वारंट जारी किया था। लेकिन उनमें से एक दोषी की दया याचिका के चलते फांसी टल गई और कोर्ट ने नया डेथ वारंट जारी करते हुए 1 फरवरी, 2020 को सुबह 6 बजे दोषियों को फांसी पर लटकाने का आदेश दिया है।
6 दरिंदों ने किया था निर्भया से गैंगरेप
बता दें कि साल 2012 में दिल्ली में 6 दरिंदों ने चलती बस में पैरामेडिकल की छात्रा निर्भया से गैंगरेप किया था। वारदात के वक्त पीड़िता का दोस्त भी बस में था। दोषियों ने लोहे की रॉड से पीड़िता पर वार किया था। इसके बाद पीड़िता और दोस्त को चलती बस से बाहर फेंक दिया था। बुरी तरह जख्मी पीड़िता ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।