मां को हुआ कोरोना तो उससे मिलने के लिए 17 माह की बेटी करती हैं ऐसे इंतजार, जानिए दर्द भरी कहानी
मां को हुआ कोरोना तो उससे मिलने के लिए 17 माह की बेटी करती हैं ऐसे इंतजार, जानिए दर्द भरी कहानी
मुंबई। कोरोनावायरस संक्रमण का प्रकोप भारत में बढ़ता ही जा रहा हैं। देश में अब तक दो लाख लोग कोरोनो का शिकार हो चुके हैं। पिछले दिनों मुंबई में एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई इस महिला की महज 17 माह की बच्ची हैं। कोरोना के कारण इस मजबूर मां को अपनी नन्हीं मासूम बच्ची से अलग रहना पड़ा। मुंबई की इस महिला ने कोरेंटाइन में रहते हुए अपनी 17 महीने की बेटी से दूर रहने के दर्द को बयां किया। जानिए दर्द भरी कहानी
कोरेंटीन मां ने बयां किया अपना दर्द
ये महिला मुंबई की अलिफया झवेरी हैं जिसने बताया कि जब डॉक्टर ने मुझे बताया कि मेरा कोविड 19 टेस्ट पॉजिटिव आया हैं तो सबसे पहले मेरा पहला सवाल था, 'मेरी बेटी तो इससे सुरक्षित हैं ?" उसने कहा कि ये "शुक्र है, उसकी बेटी बीमारी से सुरक्षित थी। मुझे 2-4 सप्ताह के लिए अपने बच्चे से दूर रहना होगा। लेकिन झावेरी के लिए एक ही घर में रहते हुए अपनी बेटी से अलग रहना बड़ा ही मुश्किल हैं।झवेरी ने बताया कि "चूंकि मुझमे कोरोना के मामूली लक्षण दिखाई दिए इसलिए मुझे घर पर ही आइसोलेशन रखा गया हैं ये सुनकर मुझे तसल्ली हुई। लेकिन चार हफ्ते तक मैं अपनी बेटी से दूर रहने की सलाह दी गई है। झावेरी ने कहा कि आइसोलेशन में रहते हुए हर पल बस ठीक होने के बाद बेटी को जल्द ही गले लगाने के बारे में सोचा करती थी।
मासूम बच्ची मां से मिलने के लिए करती हैं हर दिन ऐसे इंतजार
झावेरी ने बताया कि मेरी नन्हीं सी बच्ची "हर दिन वह बेडरूम की खिड़की परआती है, कांच पर अपनी छोटी उंगली रखती है और मेरा इंतजार करती रहती कि मैं शीशे के उस पार से अपनी उंगली उसकी उंगली पर रखूं,। "उस पल मेरा मन अपनी बेटी को बांहों में भर लेने का करता था बेटी भी मेरी गोद में आने के लिए बोलती थी। कभी-कभी हम दोनों एक दूसरे को देखकर रोते थे। सुश्री झावेरी ने यह भी बताया कि उसकी बेटी रात भर उसके साथ सोने के लिए रोती रहती थी, मैं उसकी आवाज सुनती थी और रोते हुए कमरे में कैद रहती हूं। झावेरी ने कहा कि "मेरे पति और भाभी अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जब वह सुबह उठती हैं तो मुझे फिर से ढूढ़ती हैं लेकिन मैं वहाँ नहीं होतीऔर मुझसे मिलने के लिए वो बार-बार मुझसे मिलने खिड़की के शीशे पर अपनी नन्हें हाथ रख कर मेरा इंतजार करती रहती है यह मेरा दिल तोड़ देता है।" उन्होंने बताया कि अपने ही घर में आइसोलेशन में रहते हुए वो अपना समय खाना पकाने, सफाई करने और अपनी बेटी को खिड़की से देखने में बिताती है। मैं उस दिन का इंतजार कर रही हूं जब मैं पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर अपनी बेटी को गले लगा सकूंगी।
लोग मां के ठीक होने की मांग रहे दुआ
बता दें इस मां का सोशल मीडिया पर ये इंटरव्यू जमकर फोटो वायरस हो रही हैं जिसमें आइसोलेशन में रह रही इस मां और बेटी की फोटो है। हर रोज वह बेडरूम की खिड़की पर आती है, कांच पर अपनी छोटी उंगली रखती है और मां का इंतजार करती है इस पोस्ट को फेसबुक पर इस शाम को साझा करने के बाद से 13,000 से अधिक 'लाइक' और 600 से अधिक 'शेयर' किया गया साथ ही इंस्टाग्राम पर एक और 46,000 'लाइक' हैं। एक फेसबुक यूजर ने लिखा, "यह स्थिति हर मां की दुःस्वप्न की है अगर उनके छोटे बच्चे हैं।" "भगवान आपको शीघ्र स्वस्थ करें ताकि आप फिर से अपनी बेटी को लालन-पालन कर सके। वहीं दूसरे यूजर भी इस मजबूर मां के शीघ्र स्वस्थ्य होने की दुआएं मांग रहे हैं
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