पुलवामा के त्राल में मारा गया मोस्ट वॉन्टेड आतंकी जाकिर मूसा का जूनियर, अब मूसा की बारी!
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में शनिवार को हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने छह आतंकियों को ढेर कर दिया। यह एनकाउंटर त्राल के अवंतिपोरा में हुआ था। ये सभी आतंकी जाकिर मूसा के संगठन अंसार गजवात-उल-हिंद से जुड़े थे। यह संगठन अल कायदा से जुड़ा है और इस एनकाउंटर में मूसा का डिप्टी सोलिहा जिसे रेहान खान के नाम से भी जानते हैं, उसे ढेर कर दिया गया है। अब सुरक्षाबलों का अगला निशाना जाकिर मूसा है जो कि घाटी का मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट है। सुरक्षाबलों ने अवंतिपोरा में कासो लॉन्च किया था। उन्हें यहां पर आतंकियों के होने की इंटेलीजेंस मिली थी। जिस समय सर्च ऑपरेशन चल रहा था, उसी समय आतंकियों ने उन पर फायरिंग की और इसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया।
अल कायदा से पहले हिजबुल का हिस्सा
जाकिर मूसा, हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी रह चुका है। उसके संगठन गजवात-उल-हिंद के तार जैश-ए-मोहम्मद से भी जुड़े हैं। जाकिर, कश्मीर घाटी का वह मोस्ट वॉन्टेड आतंकी है जिसकी तलाश मई 2017 से सुरक्षाबलों को है। पंजाब में मूसा को पंजाब में देखा गया था और अमृतसर में मूसा के नजर आने के बाद पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। जाकिर मूसा की तस्वीरें वाले पोस्टर्स पूरे अमृतसर में लगाए गए थे। इन पोस्टर्स को उस इंटेलीजेंस के बाद लगाया गया था जिसमें यह कहा गया था कि जैश के सात आतंकियों के साथ मूसा, फिरोजपुर में देखा गया है।
हुर्रियत नेताओं के सिर कलम करने की धमकी
जाकिर को बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हिजबुल मुजाहिद्दीन की जिम्मेदारी दी गई थी। बुरहान वानी को जुलाई 2016 में त्राल में ही मारा गया था। मूसा ने हुर्रियत नेताओं के सिर कलम करने की धमकी दी थी। इसके साथ ही उसने घाटी में इस्लामिक शासन कायम करने की चेतावनी भी दी थी। जाकिर ने कहा था कि घाटी में शरिया को लागू करने में कोई भी रास्ते का कांटा न बने। जाकिर मूसा के इस बयान से एक दिन बाद ही हिजबुल ने खुद को अलग कर लिया था। इसके बाद मूसा ने खुद को संगठन से अलग कर लिया था।
युद्ध के जितने हथियार लेकर आए थे आतंकी
त्राल एनकाउंटर पर रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने और ज्यादा जानकारी दी। उन्होंने बताया कि त्राल के एनकाउंटर में छह आतंकी मारे गए हैं और इन आतंकियों के पास युद्ध स्तर पर हथियार बरामद हुए है। ऑपरेशन पूरा हो चुका है। सेना की 42 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ की 180 बटालियन के साथ ही जम्मू कश्मीर पुलिस की ज्वॉइन्ट टीम ने त्राल के अरमपोरा में कासो लॉन्च किया था। मूसा को 27 जुलाई 2017 को कश्मीर घाटी में अल-कायदा के संगठन अंसार गजवात-उल-हिंद का हेड बनाया गया था।