IBC 2019: बैंकिंग सेक्टर की मदद से मोदी सरकार ने गरीबी दूर करने का रास्ता खोला, बोले जितेंद्र सिंह
नई दिल्ली। मंगलवार से राजधानी दिल्ली में सेंटर फॉर इकोनॉमिक पॉलिसी रिसर्च (सीईपीआर) की तरफ से आयोजित इंडियन बैकिंग कॉन्क्लेव का उद्घाटन हुआ। दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने किया। सीईपीआर, केंद्र सरकार को आर्थिक मामलों में सलाह देने का काम करता है। कार्यक्रम के पहले दिन आरएसएस के नेता भगवती प्रसाद शर्मा भी मौजूद थे।
26 मई 2014 निराशावाद से आशावाद की ओर
केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कार्यक्रम में कहा, '26 मई 2014 को जब पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार आई तो पीएम मोदी ने खुद कहा था कि उनकी सरकार गरीबों को समर्पित है। पिछले साढ़े पांच सालों में मोदी सरकार ने यह करके दिखाया है।' उन्होंने कहा कि सरकार बनने के कुछ ही महीनों बाद कई योजनाएं आईं जो गरीबों को समर्पित थीं। इनमें जन धन योजना वह पहली योजना थी जिसका संबंध बैकिंग से था। उन्होंने बताया कि जन धन योजना एक ऐसा बदलाव था जिसमें बैंकर खुद गरीब के घर आने लगा। देखते ही देखते लाखों खाते खुले और एक योजना जिसमें जीरो बैलेंस से अकाउंट खोले जाने की सुविधा थी, उसमें करोड़ों रुपए आए। गरीबों ने भी पीएम मोदी की इस योजना में विश्वास दिखाया। जीरो बैलेंस वाली एक स्कीम ने कई करोड़ लोगों का भरोसा जीता। जितेंद्र सिंह की मानें तो जन धन योजना सरकार की पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के सपने की शुरुआत यहीं से हुई। साथ ही एक खास तबके का आर्थिक सशक्तिकरण की शुरुआत भी यहीं से हुई। गरीबी दूर करने का रास्ता यहां से खुला। कैसे गरीब खुद अपना विकास करके खुद प्रगति के रास्ते पर जा सकता है।
पेंशन योजना ने पहुंचाया हर गरीब को फायदा
जितेंद्र सिंह ने कहा कि न्यूनतम वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ भी अब लोगों को मिलने लगा है। इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ की उस घटना का जिक्र किया जिसमें एक बुजुर्ग महिला को जब इसका लाभ मिला तो उसने कैसे सरकार का शुक्रिया अदा किया। जितेंद्र सिंह ने कहा कि पीएम मोदी और मोदी सरकार ने रास्ता दिखाया कि कैसे देश के बैकिंग सेक्टर को बदलकर समाज का विकास किया जा सकता है। उसके बाद अनेकों ऐसी योजनाएं जिसमें भारतीयों को यह हिम्मत देने की कोशिश की गई जिसमें वे खुद को कमतर न समझें। इसके साथ ही उन्होंनेकहा कि स्वच्छ भारत, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा योजना ऐसी कई योजनाएं हैं जिन्हें सरकार ने गरीबों के लिए ही लॉन्च किया और इसमें बैकिंग सेक्टर ने अहम रोल अदा किया।