लॉकडाउन में जब लोगों को थी जरूरत तब पीएम किसान योजना के 11.2 लाख से अधिक ट्रांजैक्शन हुए फेल
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस लॉकडाउन की अवधि (23 मार्च से 31 जुलाई 2020) के दौरान जब किसानों को पैसे की सबसे अधिक जरूरत थी उसी समय पीएम किसान योजना के तहत 11.2 लाख रुपए की धनराशि किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर होने में असफल रही। आरटीआई के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग ने कहा कि दिसंबर 2020 तक लगभग 44 फीसदी फेल हुए ट्रांजेक्शनों को दुरुस्त नहीं किया गया।
कॉमनवेल्थ ह्यूमन राइट्स के वेंकटेश नायक ने जून 2020 में कृषि मंत्रालय के तहत इस विभाग से पीएम किसान योजना के तहत लाभार्थियों के बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर के असफल होने का ब्योरा मांगा था। यह मुद्दा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पीएम किसान किश्त भुगतान पीएम गरीब कल्याण योजना पैकेज का हिस्सा है, जिसका केंद्र सरकार ने मार्च 2020 में लॉकडाउन लगने से पहले ही ऐलान किया था।
पीएम किसान योजना के तहत प्रतिवर्ष 6,000 रुपये की धनराशि देशभर में इस योजना के योग्य किसानों के परिवारों- पति, पत्नी और नाबालिग बच्चों को एक इकाई माना जाता है- को दी जाती है। इसके तहत हर चार महीने में 2,000-2,000 रुपये की समान किश्त दी जाती है। आरटीआई के जवाब में विभाग के मुख्य सार्वजनिक सूचना अधिकारी (सीपीआईओ) ने योजना के तहत बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर असफल होने का ब्योरा मुहैया कराया। इससे पता चला कि इस अवधि के दौरान 11,29,401 असफल लेनदेन हुए, जिनमें से 11,22,389 असफल लेनदेन 27 राज्यों और 7,012 आठ केंद्रशासित प्रदेशों में हुआ।
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