चीन से ज्यादा भारतीय सैनिक डोकलाम में हैं तैनात: विदेश सचिव
नई दिल्ली। डोकलाम में चीन के साथ भारत के संबंध सामान्य नहीं है। फरवरी में विदेश मामलों की संसदीय कमेटी ने डोकलाम की स्थिति को पूछा था इस पर विदेश सचिव विजय गोखले ने कमेटी को बताया था कि डोकलाम में चीन की सेना का अपेक्षा भारतीय सेना के जवानों की संख्या ज्यादा है। पिछले साल अगस्त में दोनों देशों के बीच 72 दिनों के स्टैंडऑफ के अंत के बाद सैनिकों की उपस्थिति पर गोखले की रिपोर्ट आई है।
गोखले ने 22 को दाखिल की अपनी रिपोर्ट में कहा कि, डोकलाम के चारों भारतीय सैनिकों की मौजूदगी है। अगर हम डोकलाम के चारों एक 25 किमी के इलाके में गोला खींचे तो पता चलेगा कि इस पूरे क्षेत्र में भारतीय सेना के जवानों की उपस्थिति चीन की सैनिको की अपेक्षा अधिक है। गोखले ने कहा कि, मैं नहीं चाहता कि डोकलाम को लेकर संसदीय समिति के समक्ष कोई गलत प्रभाव जाए कि डोकलाम में चीन से बहुत सारे सैनिक मौजूद है और भारत के नहीं। शायद, इस क्षेत्र में चीनी सैनिकों की तुलना में अधिक भारतीय सैनिक हैं।
प्रिंट में छपी खबर के मुताबिक, कर्नल (सेवानिवृत्त) विनायक भट्ट ने भारत चीन के बीच डोकलाम को लेकर पैदा हुए तनाव के दो महीने बाद 26 अक्टूबर, 2017 में एक रिपोर्ट में बताया था कि, इस क्षेत्र में चीनी सेना के निर्माण के चलते सैन्य स्थिति सामान्य नहीं है। समिति ने कर्नल भट्ट को गैर-सरकारी गवाह के रूप में भी बुलाया था। इस ड्राफ्ट रिपोर्ट का शीर्षक था, 'डोकलाम समेत चीन-भारत संबंध, बॉर्डर की स्थिति और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में सहयोग'। जिसे संसदीय कमेटी के प्रमुख कांग्रेस के एमपी शशि थरूर द्वारा तैयार किया गया था।
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पिछले दो माह में भारत और चीन की तरफ से कई बार यह दावा किया जा चुका है कि डोकलाम में दोनों देशों सेना वापस हटा ली गई है, लेकिन अब संसदीय समिति को सौंपी गई एक रिपोर्ट में नया खुलासा हुआ है। पूर्व विदेश सचिव एस. जयशंकर ने संसदीय समिति को बताया कि अरुणाचल प्रदेश में चीन से सटी सीमा के पास डोकलाम में चीनी सैनिकों की मौजूदगी अभी भी देखी जा सकती है।
विजय गोखले ने कमेटी को बताया कि चीन की सेना की मौजूदगी को इनकार नहीं किया जा सकता। गोखले ने कहा कि हो सकता है कि पुराने डोकलाम वाले क्षेत्र से कुछ ही दूर पर चीनी सैनिकों ने कंस्ट्रक्शन निर्माण भी जारी है। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे गोखले, जयशंकर, डिफेंस सेक्रेटरी संजय मित्रा और पूर्व आर्मी चीफ जनरल (रिटायर्ड) दीपक कपूर ने मिलकर भारत-चीन संबंध को लेकर एक ड्राफ्ट को तैयार किया है, जिसमें डोकलाम का भी जिक्र है।