लोकसभा चुनाव 2019: आसनसोल हिंसा पर मुनमुन सेन बोलीं- चाय देर से मिली इसलिए लेट जागी, मुझे कुछ नहीं पता
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे चरण के लिए आज देश की 72 सीटों पर मतदान जारी है। पश्चिम बंगाल में आठ सीटों पर मतदान चल रहा है। इस बीच आसनसोल में कई जगहों पर मारपीट की खबरें सामने आ रही हैं। इस सीट से बीजेपी की ओऱ से बाबुल सुप्रियो और टीएमसी से अभिनेत्री मुन मुन सेन आमने-सामने हैं। सोमवार को वोटिंग के दौरान हुई हिंसा के बारे में जब मुनमुन सेन से पूछा गया तो, उन्होंने कहा कि, मैंने इस तरह का कुछ नहीं सुना है। इसके पीछे उन्होंने वजह बताई कि, वह देर से जागी इसलिए उन्हें कुछ नहीं पता।
एनडीटीवी में छपी खबर के मुताबिक मुन मुन सेन ने कहा कि, मुझे आज मेरी बेड टी काफी ले मिली, इसलिए मैं काफी देर से जागी। मैं इस बारे में क्या कह सकती हूं, मुझे सच में नहीं पता क्या हुआ। बता दें कि, भाजपा और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच सोमवार सुबह कुछ मतदान केंद्रों पर झड़पें हुईं। भाजपा उम्मीदवार और आसनसोल के मौजूदा सांसद बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ता बूथों पर कब्जा कर रहे हैं और लोगों को वोट देने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। टीएमसी के लोगों ने मेरी कार भी तोड़ डाली।
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मुन मुन सेन से जब बाबुल सुप्रियो को लेकर सवाल किए गए तो उन्होंने कहा कि, उनका नाम मत लीजिए, नहीं तो मैं बात नहीं करूंगी। मुनमुन सेन से जब चुनावों के दौरान बंगाल में हुई हिंसा के लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि, आप तब छोटे होंगे, जब यहां कम्युनिस्ट सत्ता में थे। इस तरह की हिंसा पूरे देश में होती है, केवल बंगाल में नहीं। अपने पिछले इलेक्शन के बारे में बताते हुए मुनमुन सेन ने कहा कि, उन्होंने बांकुरा से नौ बार से सांसद को हराया था, इन यहां पर भी जीत को लेकर अश्वस्त हूं। तृणमूल ने सीट जीत ली है। अब देखते हैं क्या होता है।
मुन मुन सेन से पिछले साल रामनवमी के दौरान आसनसोल में हुए दंगों के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, मैं दंगों के दौरान यहां नहीं थी, मैंने इसका विरोध किया था। आप शायद अंदाजा नहीं होगा किन मैंने कितनी बैठकें की थी। आपको पता नहीं है कि मैं कितना व्यस्त हूं। बाबुल सुप्रियो को लेकर उनसे एक बार फिर सवाल किया गया तो वह यह कहते हुए वहां से चली गईं कि, मैं उसका नाम नहीं सुनना चाहती हूं।
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