अगस्त के आखिरी या सितंबर के पहले सप्ताह में शुरू हो सकता है संसद का मानसून सत्र: सूत्र
नई दिल्ली। कोरोना काल में सरकार जुलाई महीने के बाद संसद के मानसून सत्र की संभावना पर विचार कर रही है जिसमें कार्यवाही के दौरान सदस्य उपस्थित हों। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संसद का मानसून सत्र अगस्त के अंतिम या सितंबर महीने के पहले सप्ताह में शुरू हो सकता है। बता दें कि देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, हालांकि इस बीच जुलाई महीने से अनलॉक 2 की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है जिसमें देशवासियों को कई प्रकार की छूट दी गई है।
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हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि अभी संसद के मानसून सत्र को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है, फिलहाल सरकार देश में फैले कोरोना वायरस संकट पर काबू पाने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। अभी यह स्पाष्ट करना मुश्किल है कि सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करते हुए सत्र कैसे आयोजित किया जाएगा। सरकार के सूत्रों के अनुसार मानसून सत्र के आयोजन का तरीका सत्र की शुरुआत के समय मौजूदा स्थिति पर निर्भर करेगा। इस बीच ऐसी खबरें भी हैं कि सरकार पूर्ण सत्र आयोजित करने के पक्ष में है।
मिली जानकारी के मुताबित ऐसे कई अध्यादेश हैं जिसे संसद में पेश किया जाना है इसके लिए सत्र का सामान्य अवधि में होना आवश्यक है। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि निश्चित रूप से संसद का मानसून सत्र 22 सितंबर से पहले शुरू हो जाएगा। इसकी वजह यह है कि दो सत्र के बीच छह महीने से अधिक का अंतराल नहीं हो सकता है। बता दें कि संसद का बजट सत्र तीन अप्रैल तक निर्धारित था लेकिन उससे पहले ही 23 मार्च को सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था।
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