कोरोना के चलते लोकसभा की दर्शक दीर्घा में बैठेंगे 172 सांसद, ऑनलाइन माध्यम से पूछे जाएंगे सवाल
नई दिल्ली: भारत में अब रोजाना 90 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच 14 सितंबर से मोदी सरकार ने संसद के मानसून सत्र को बुलाया है, जिसकी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार सदन की कार्यवाही में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। साथ ही अब कागजी कार्यवाही की जगह डिजीटल माध्यम का प्रयोग किया जाएगा।
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मामले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि हम आखिरकार अब 100 प्रतिशत डिजिटल होने जा रहे हैं। ये संसद के इतिहास में पहली बार होगा कि जब सभी सदस्यों ने ऑनलाइन माध्यम से सवाल भेजे हैं। ओम बिड़ला के मुताबिक अभी तक 62 प्रतिशत कामों को डिजिटल बना लिया गया है। इसके अलावा सभी सांसदों का कोविड-19 टेस्ट भी होगा और मोबाइल ऐप के माध्यम से उनकी उपस्थिति दर्ज की जाएगी।
संसद के आगामी सत्र में 30 मिनट की अवधि के प्रश्नकाल को मिली अनुमति
ओम बिड़ला ने कहा कि महामारी के बीच ये सत्र हमारे लिए चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हम खुद को उन लोगों के लिए साबित कर सकते हैं, जिनके प्रति हम जवाबदेह हैं। सदन की कार्यवाही के दौरान 257 सदस्य लोकसभा में बैठेंगे, जबकि 172 दर्शक दीर्घा में, बाकी के सदस्य राज्यसभा में होंगे। इसके साथ ही लोकसभा में वर्चुअल संबोधन के लिए भी व्यवस्था की जा रही है।
समय
में
भी
बदलाव
आपको
बता
दें
कि
इस
बार
मानसून
सत्र
14
सिंतबर
से
एक
अक्टूबर
तक
चलेगा।
इस
बीच
एक
दिन
की
भी
छुट्टी
नहीं
होगी।
नोटिफिकेशन
के
मुताबिक
सत्र
के
पहले
दिन
यानी
14
सितंबर
को
लोकसभा
की
कार्यवाही
सुबह
9
बजे
शुरू
होगी,
जो
1
बजे
तक
चलेगी।
इसके
बाद
15
सितंबर
से
लोकसभा
दोपहर
3
बजे
से
शाम
7
बजे
तक
चलेगी।
इस
दौरान
कुल
18
बैठकें
होंगी।