पूरे देश में बारिश में 43 फीसदी की कमी, जानिए आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मानसून
नई दिल्ली। सोमवार की रात दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश की वजह से राहत मिली है। लेकिन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वैज्ञानिकों के अनुसार सोमवार तक पूरे देश में मानसून की सुस्त रफ्तार के कारण इसकी कुल कमी 43 फीसदी तक पहुंच गई है। मतलब साफ है कि अब तक जितनी बारिश होनी चाहिए वो नहीं हुई। इसके पीछे भी कई वजह हैं। क्योंकि इस बार मानसून अपने निर्धारित समय से लगभग एक सप्ताह बाद केरल में दस्तक दी है।
इस वजह से धीमी हुई मानसून की रफ्तार
इसके अलावा चक्रवाती तूफान वायु की वजह से भी मानसून प्रभावित हुआ। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, और गोवा में अभी तक 59 प्रतिशत वर्षा की कमी दर्ज की गई है, जबकि पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में यह कमी 47 प्रतिशत है। अब रविवार को रविवार को मानसून कर्नाटक के मंगलुरु पहुंचा था। राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र, दिल्ली की प्रमुख साथी देवी ने कहा है कि अब मानसून गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों तक पहुंच चुका है।
अगले दिनों में फिर रफ्तार पकड़ लेगा मानसून
वहीं सोमवार का आईएमडी के बुलेटिन के अनुसार चक्रवात वायू उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया जिसकी वजह से मानसून की गति कमजोर हुई। आईएमडी के वैज्ञानिक को मानसून की प्रगति 4-5 दिनों में फिर से बढ़ने की उम्मीद है। साथी देवी ने कहा कि तूफान अब कमजोर हो गया है और हम अगले 4-5 मानसून के फिर से बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अधिकांश हिस्सों में अभी तक कोई भी मानसून नहीं आया है।
मानसून की शुरुआत और ठहराव दोनों में देरी हुई है
हालांकि मौसम विभाग की माने तो इस तरह की देरी असामान्य है। मानसून की शुरुआत में अक्सर देरी होती है लेकिन इसके बाद यह आगे बढ़ता है। अल नीनो और वायु तूफान की वजह से इस वर्ष मानसून की शुरुआत और ठहराव दोनों में देरी हुई है। मौसम विभाग की माने तो मानसून अभी भी दक्षिणी प्रायद्वीप के ऊपर मैंगलोर, मैसूर, कुड्डलोर और पूर्वोत्तर में पासीघाट, अगरतला के ऊपर है।
दिल्ली में बीती रात बारिश से लोगों को गर्मी से कुछ हद तक राहत