आरएसएस केंद्र सरकार का रिमोट कंट्रोल नहीं है- मोहन भागवत
मोहन भागवत ने कहा कि आरएसएस केंद्र सरकार का रिमोट कंट्रोल नहीं है, हम केंद्र से किसी भी तरह की मदद नहीं लेते हैं।
वडोदरा। लंबे समय से भाजपा और केंद्र सरकार पर आरएसएस का रिमोट कंट्रोल होने का आरोप लगता आया है, लेकिन संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि आरएसएस रिमोट कंट्रोल नहीं है, हमारा लक्ष्य है कि हिंदुत्व के मूल पर एक मजबूत देश का निर्माण करना।
भारत के मूल में हिंदुत्व
भागवत ने कहा कि आरएसएस का लक्ष्य है मजबूत नेता के साथ जिसका मूल हिंदुत्व हो के जरिए मजबूत भारत का निर्माण करना। उन्होंने कहा कि यह वक्त है जब समाज में हिंदुत्व के आधार पर बदलाव लाया जाए।
विपक्ष को दिया जवाब
संघ संचालक ने कहा कि भाजपा की एनडीए सरकार को आरएसएस रिमोट कंट्रोल नहीं कर रही है। भागवत ने अपने इस बयान के जरिए उन विपक्षी दलों को जवाब देने की कोशिश की है जो सरकार पर आरएसएस के निर्देशों पर चलने का आरोप लगाते हैं।
नोटबंदी
पर
मोदी
सरकार
के
सहयोगी
चंद्रबाबू
नायडू
ने
बदले
सुर,
पहले
किया
था
समर्थन
दुनिया
को
समाधान
देना
है
संघ
का
लक्ष्य
कई
लोग
संघ
के
बारे
में
गलत
जानकारी
लोगों
के
बीच
पहुंचाते
हैं
और
उन्हें
इसकी
गतिविधियों
और
लक्ष्य
के
बारे
में
पता
नहीं
है।
भागवत
ने
कहा
कि
आरएसएस
एक
ऐसी
संस्था
है
जो
हर
तरह
की
समस्या
का
समाधान
देना
चाहती
है,
फिर
वह
भारत
की
हो
या
पूरे
विश्व
की।
हिंदुत्व
भारत
का
मूल
है
और
यही
भारत
की
पहचान
है।
हिंदुत्व
को
धर्म
विशेष
से
जोड़ना
गलत
हिंदुत्व
की
विचारधारा
को
किसी
एक
समुदाय
विशेष
या
धर्म
से
जोड़ना
गलत
है।
भागवत
ने
कहा
कि
जब
भी
कोई
संघ
में
शामिल
होता
है
तो
उनसे
उनके
धर्म
और
जाति
के
बारे
में
नहीं
पूछा
जाता
है।
हम
सरकार
से
कोई
मदद
नहीं
लेते
भागवत
ने
कहा
कि
आरएसएस
सरकार
से
किसी
भी
तरह
की
मदद
नहीं
लेता
है,
आरएसएस
किसी
से
आर्थिक
मदद
की
भीख
भी
नहीं
मांगता
है।
आरएसएस
उन
लोगों
के
लिए
नहीं
है
जो
पैसा
कमाना
चाहते
हैं।
दुनिया
अब
हिंदुत्व
के
महत्व
को
पहचानने
लगी
है।