मोहन भागवत बोले- भाजपा की हार का मतलब हिंदुत्व की हार नहीं
नई दिल्ली। हाल ही में संपन्न हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। पिछले चुनाव की तुलना में पार्टी सीटों के आंकड़े को सुधारने में थोड़ा कामयाब जरूर रही लेकिन ये अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को सत्ता में वापस आने से रोकने के लिए नाकाफी था। वहीं, बीजेपी की हार के बाद उनके 'हिंदुत्व' के एजेंडे को लेकर बहस शुरू हो गई है। वहीं, 'हिंदुत्व' पर आरएसस प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान आया है।
दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत ने कहा कि चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की हार को हिंदुत्व की हार के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व का मतलब उन लोगों को शिक्षित करना है जिन्होंने झूठे प्रचार के जरिए हिंदू धर्म को बदनाम किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भागवत ने भाजपा की चुनावी राजनीति और हिंदुत्व के बीच अंतर कर देखने की बात की। उन्होंने कहा कि सरकारें आएंगी और जाएंगी लेकिन सबका ध्यान समाज के बदलाव पर होना चाहिए। भागवत के बयान से पहले, आरएसएस के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा था कि भाजपा का विरोध हिंदुत्व का विरोध नहीं है।आरएसएस प्रमुख पांच दिनों के दौरे पर आज रांची पहुंचेंगे।
भैयाजी जोशी ने कहा था कि हिंदू समुदाय का मतलब भाजपा से संबंधित होना नहीं है। उन्होंने कहा था कि भाजपा का विरोध करने को हिंदुत्व के विरोध के तौर भी नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि राजनीतिक लड़ाई चलती रहेगी, लेकिन इसे हिंदुओं से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। भैयाजी जोशी ने ये बयान गोवा के पणजी में पिछले हफ्ते दिया था।
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