मोहन भागवत ने मोदी सरकार को घेरा, जब कोई युद्ध नहीं तो फिर क्यों शहीद हो रहे हैं जवान
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नई दिल्ली। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सैनिकों की शहादत को लेकर मोदी सरकार को घेरा है। मोहन भागवत ने कहा है कि कोई युद्ध भी नहीं हो रहा है फिर भी देश की सीमाओं पर जवान शहीद हो रहे हैं। आरएसएस प्रमुख नागपुर में प्रहार समाज जागृति संस्था के रजत जयंती कार्यक्रम के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि हम अपना काम ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। सैनिकों की शहादत को लेकर पहले भी मोदी सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है और अब आरएसएस प्रमुख के इस बयान को विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
भागवत ने सैनिकों की शहादत का मुद्दा उठाया
भागवत ने कहा कि भारत को आजादी मिलने से पहले देश के लिए बलिदान देने का समय था।मोहन भागवत ने कहा कि युद्ध में कोई सीमा पर देश की रक्षा में अपनी जान कुर्बान करता है लेकिन इस वक्त कोई भी युद्ध नहीं हो रहा है फिर हमारे लोग (सैनिक) शहीद रहे हैं, क्योंकि हम अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं।
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'युद्ध नहीं तो जवान क्यों हो रहे शहीद?'
मोहन भागवत ने चिंता जताते हुए कहा कि अगर कोई युद्ध नहीं हो रहा है तो फिर कोई कारण नहीं है कि हमारे सैनिक सीमा पर अपनी जान गंवाए। फिर भी ऐसा हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए और देश को महान बनाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सरकार के दावों के बावजूद सैनिकों की शहादत के मुद्दे को उठाया है जिसपर सियासत तेज हो सकती है।
भागवत के बयान से गरमा सकती है सियासत
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि पिछले 70 साल में हम आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा, मैं निराशावादी नहीं हूं, हम आगे बढ़े हैं और हमारा भविष्य भी उज्जवल है। ये मेरा अंधविश्वास नहीं है, जो देख रहा हूं इसलिए बोल रहा हूं, लेकिन हमारी गति क्या है। इजरायल और जापान से हमारी स्थिति बहुत अच्छी हो सकती थी ,जिस गति से हमें आगे बढ़ना चाहिए था वैसे हम आगे नहीं बढ़े हैं।