मोहम्मद कैफ ने किया सौम्या स्वामीनाथन का समर्थन, बोले- 'खिलाड़ियों पर धार्मिक ड्रेस कोड नहीं होना चाहिए'
चैंपियनशिप में हिजाब की अनिवार्यता के कारण चेस खिलाड़ी सौम्या स्वामीनाथन ने ईरान में होने वाले टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है। सौम्या ने हिजाब या बुर्का पहनने से इनकार कर दिया और इस अनिवार्यता को अपने मूल अधिकारों का उल्लंघन बताया।
नई दिल्ली। चैंपियनशिप में हिजाब की अनिवार्यता के कारण चेस खिलाड़ी सौम्या स्वामीनाथन ने ईरान में होने वाले टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है। सौम्या ने हिजाब या बुर्का पहनने से इनकार कर दिया और इस अनिवार्यता को अपने मूल अधिकारों का उल्लंघन बताया। उनके इस फैसले की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है। पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भी सौम्या के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि खिलाड़िओं पर धार्मिक ड्रेस कोड नहीं होना चाहिए।
मोहम्मद कैफ ने चेस खिलाड़ी सौम्या स्वामीनाथन की सोशल मीडिया पर तारीफ की है। कैफ ने स्वामीनाथन के ईरान की चैंपियनशिप से नाम वापस लेने के फैसले की सराहना की है। कैफ ने ट्विटर पर लिखा, 'ईरान के इस इवेंट से नाम वापस लेने पर सौम्या स्वामीनाथन को सलाम। खिलाड़ियों पर धार्मिक ड्रेस कोड की कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए। एक मेजबान राष्ट्र को मूल मानवाधिकारों का उल्लंघन करने पर अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की मेजबानी करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।'
बता दें कि 26 जुलाई से 4 अगस्त के बीच ईरान में होने वाले एशियन नेशन्स कप से भारतीय चेस खिलाड़ी सौम्या स्वामीनाथन ने अपना नाम वापस ले लिया है। सौम्या ने टूर्नामेंट में हिजाब की अनिवार्यता को कारण बताते हुए फेसबुक पर इस बात की घोषणा की। सौम्या ने लिखा, 'मुझे ये बताते हुए दुख हो रहा है ईरान में होने वाले एशियन नेशन्स कप से भारतीय टीम से मैंने अपना नाम वापस ले लिया है। मैंने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि मैं जबरदस्ती हिजाब या बुर्का नहीं पहनना चाहती।'
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