अब माओवादियों की खैर नहीं, रेड जोन में मोदी की दस्तक 9 को
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला)माओवादियों के गढ़ में दस्तक देंगे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 9 मई को। उनके साथ छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह तो होंगे ही। पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह नहीं होंगे।
मोदी समझा जाता है कि माओवादियों का देश की मुख्यधारा से जुड़ने का आहवान करेंगे। साथ ही उन माओवादियों को चेतावनी भी देंगे जो अब भी हिंसा के रास्ते पर चल रहे हैं। माओवादियों पर सख्त एक्शन की भी उम्मीद लगाई जा रही है।
माओवादियां का गढ़
बता दें कि छतीसगढ के दंतेवाड़ा को माओवादियों की गतिविधियों का गढ़ माना जाता है। कहने वाले तो यहां तक कहते हैं कि इधर माओवादियों के आतंक के कारण स्थानीय प्रशासन पंगु हो चुका है।
हल्ला बोलते
माओवादी जब तब किसी पर हल्ला बोल देते हैं। पिछले साल उन्होंने राज्य में बहुत से कांग्रेसियों को मार डाला था। इनमें कई मंत्री और दूसरे बड़े नेता थे।
विकास परियोजनाएं
मोदी अपनी माओवादियों के गढ़ में होने वाली यात्रा के दौरान कुछ विकास परियोजनाओं का भी श्रगणेश करेंगे। इनमें जगदलपुर रेलवे लाइन की स्थापना भी है। मोदी की यात्री को देखते हुए सारे इलाके में सुरक्षाबलों ने चौकसी बढ़ा दी है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं। इस बीच, जब मोदी छतीसगढ़ के दौर पर होंगे तो उनके साथ गृह मंत्री राजनाथ सिँह नहीं होंगे। वे उस दिन वाराणसी में रहेंगे।
वहां पर उनके पहले से तय कुछ कार्यक्रम हैं। वैसे राजनाथ सिंह कुछ समय पहले दंतेवाड़ा गए थे। इस बीच मोदी की यात्रा की तैयारियों को खुद मुख्यमंत्री देख रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की देश के रेड़ जोन कहे जाने वाले क्षेत्र में पहली यात्रा है। माना जा रहा है कि उनकी यात्रा से माओवाद पर काबू पाने में मदद मिलेगी। वे माओवादियों से सख्ती से निबटने के पक्ष में हैं। पर उन माओवादियों को राहत देना भी चाहते हैं जो देश की मुख्यधारा से जुड़ना चाहते हैं।