"मोदी है तो मुमकिन है" टोंक की सभा में मोदी ने दिया 2019 चुनाव का नया नारा
टोंक (राजस्थान)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के टोंक में आयोजित रैली में जहां पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान को चेताया और बताया कि लोगों को भरोसा है कि आतंकवाद से मोदी ही निपट सकता है। उन्होंने इशारों-इशारों में ना केवल अपने विरोधियों पर निशाना साधा बल्कि किसानों के लिए कांग्रेस की कर्जमाफी की तुलना में अपनी किसान सम्मान निधि योजना को बेहतर बताया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की साढ़े चार साल की उपलब्धियां गिनाते हुए 2019 के चुनाव का नया नारा गढ़ दिया, वो है 'मोदी है तो मुमकिन है'। लगता है सरकार, पार्टी और संगठन अब इसी नारे के जरिये लोगों के बीच भरोसा बढ़ाने की कवायद करेगी।
'नामुमकिन अब मुमकिन है' के बाद 'मोदी है तो मुमकिन है'
2019 लोकसभा चुनाव में फिर से सत्ता में वापसी के लिए बीजेपी आलाकमान लगातार रणनीतिक तैयारी में जुटी हुई है। इसी के मद्देनजर पार्टी की ओर से आगामी चुनाव को लेकर नई टैगलाइन या कहें नया नारा सामने आया। 'नामुमकिन अब मुमकिन है' इस टैगलाइन से बीजेपी ने इस बार के चुनाव में प्रचार का फैसला लिया। हालांकि अभी ये नारा सामने आया ही था कि राजस्थान के टोंक में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इसे बिल्कुल अलग अंदाज में पेश किया। उन्होंने रैली के दौरान एक बार नहीं बल्कि कई बार 'मोदी है तो मुमकिन है' का जिक्र किया।
टोंक रैली में पीएम मोदी ने नए नारे का किया कई बार जिक्र
पीएम मोदी ने रैली में कहा, "साढ़े चार साल पहले अनेक कामों पर सिर्फ चर्चा होती थी, अब इन कामों के जमीन पर उतरने से विश्वास जगा है क्योंकि 'मोदी है तो मुमकिन है'। हमारी सरकार ने वर्षों से लटकी 'वन रैंक-वन पेंशन' योजना को लागू किया और 20 लाख पूर्व फौजियों को लगभग 11 हजार करोड़ रुपये एरियर के रूप में दे भी दिए। ये काम भी इसलिए हुआ, क्योंकि 'मोदी है तो मुमकिन है'। उज्ज्वला योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा ये भी काम हुआ क्योंकि 'मोदी है तो मुमकिन है'। गरीबों को घर देने को लेकर योजनाएं भी कई दशकों से चलती रही, लेकिन इस पर कोई ठोस काम नहीं हुआ लेकिन हमारी सरकार 2022 तक देश के हर बेघर को पक्का घर देने पर आगे बढ़ रही है। हम लक्ष्य की तरफ बढ़ रहे हैं और इसे पाकर रहेंगे क्योंकि 'मोदी है तो मुमकिन है'। बैंक खाते खुलवाने का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा ऐसा हुआ है क्योंकि 'मोदी है तो मुमकिन है'। इसी दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर डटे सैनिकों पर, मोदी सरकार पर और मां भवानी के आशीर्वाद पर भरोसा रखिए, इस बार सबका हिसाब पूरा होगा।
'मोदी है तो मुमकिन है' नारे को लेकर आगे बढ़ेगी बीजेपी
टोंक की रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह से अपने संबोधन में 'मोदी है तो मुमकिन है' का जिक्र इससे ये तय माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव में पार्टी इसी को आधार बनाकर आगे बढ़ने की कोशिश करेगी। पार्टी को उम्मीद है कि इस नारे का असर आम जनता में होगा और लोग पार्टी की ओर ज्यादा प्रभावित होंगे। ऐसा इसलिए नारों का चुनाव में खास असर होता है। आम जनता इसी से खुद को पार्टी से जोड़ती हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने चुनावी नारा दिया था, 'अबकी बार मोदी सरकार'। इस नारे का असर पिछले चुनाव में साफ नजर आया और पार्टी ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई। अब एक बार फिर से प्रधानमंत्री ने खुद 'मोदी है तो मुमकिन है' से नया चुनावी नारा दे दिया है। पार्टी की टैग लाइन 'नामुमकिन अब मुमकिन है' के साथ पार्टी अब इस नए नारे को लेकर भी जरूर आगे बढ़ेगी।