वीर सावरकर को भारत रत्न? लोकसभा में मोदी सरकार ने दिया ये जवाब
नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विनायक दामोदर सावरकर (वीर सावरकर) को भारत रत्न देने की मांग उठती रही है। महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने ऐलान किया था कि पार्टी सत्ता में आने के बाद वीर सावरकर को भारत रत्न देने की सिफारिश करेगी। वहीं, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में भी वीर सावरकर को भारत रत्न देने का मुद्दा उठा तो इसपर मोदी सरकार ने जवाब दिया।
लोकसभा में सरकार ने दिया जवाब
लोकसभा में पूछा गया कि क्या वीर सावरकर को भारत रत्न देने की तैयारी है? इसके जवाब में गृह मंत्रालय ने लोकसभा में कहा कि भारत रत्न के लिए सिफारिशें नियमित रूप से आती रहती हैं। साथ ही मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि इसके लिए औपचारिक सिफारिश की आवश्यकता नहीं है। भारत रत्न के संबंध में सरकार समय-समय पर फैसला करती है।
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शिवसेना ने भी उठाई थी सावरकर को भारत रत्न देने की मांग
बता दें कि बीजेपी के अलावा शिवसेना की तरफ से भी वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग लगातार की जाती रही है। लेकिन महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के अलग हो जाने के कारण उनकी सरकार नहीं बन पाई है। वहीं, आज लोकसभा में सावरकर को भारत रत्न देने के मुद्दे के अलावा कई अहम विषयों पर सवाल-जवाब हुआ। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के मुद्दे को लेकर पूछा गया कि क्या इसके बाद जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी में कोई कमी आई है।
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जेएनयू के मामले पर सीपीआई ने दिया नोटिस
इसका जवाब सरकार की तरफ से दिया गया। सरकार ने कहा कि हां, ऐसे मामलों में कमी आई है। प्रश्नकाल के दौरान, साल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का मुद्दा भी उठा। इस दौरान लोकसभा में विपक्ष ने 'तानाशाही बंद करो, बंद करो' के नारे लगाए। जबकि जेएनयू के मुद्दे पर भी सदन में जमकर हंगामा हुआ। सीपीआई नेता और सांसद बिनॉय विस्वास ने राज्यसभा में जेएनयू मुद्दे पर नोटिस दिया। जबकि टीएमसी सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे को संसद में उठाया। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में बढ़ते प्रदूषण पर ध्यान देने की जरूरत है। इस मुद्दे पर हमें राजनीति से ऊपर उठकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचना चाहिए।