'तीन तलाक' को मोदी सरकार ने किया खत्म, मुस्लिम महिला अधिकार दिवस पर बोले मुख़्तार अब्बास नकवी
नई दिल्ली, 01 अगस्त: 'तीन तलाक' को अपराध घोषित किए जाने वाले दिन यानी एक अगस्त को 'मुस्लिम महिला अधिकार दिवास' के रूप में मनाया जाएगा। यह बात केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कही। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'भाजपा ने 2019 के मेनिफेस्टो में कहा था कि तीन तलाक को खत्म करेंगे और 1 अगस्त 2019 में तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया। इसके साथ ही बिना मेहरम के मुस्लिम महिला का हज पर जाने पर बंदिश थी इसे मोदी सरकार ने खत्म कर दिया।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण करने के लिए साढ़े 6 सालों में 5 करोड़ से ज्यादा अल्पसंख्यक बच्चियों को छात्रवृत्ति दी गई, इससे ड्रॉप आउट रेट 73 फिसदी से 30/35 प्रतिशत पर रुक गया है इसे 0% पर लाना है। नकवी ने कहा कॉमन सिविल कोड के बारे में संविधान ने सरकारों को निर्देश दिया है, समाज को तैयार करने की जरूरत है, अभी सरकार ने इस दिशा में कुछ नहीं सोचा है। इस दौरान एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ये वो लोग हैं (औवेसी) हमेशा मुस्लिम महिलाओं की आजादी और सशक्तिकरण के खिलाफ़ रहे हैं, वो उन्हें दबा कुचलकर रखना चाहते हैं।
वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, 'आज मुस्लिम महिला के संघर्ष को सलाम करने का दिन है जिसने कानून होने और कानून न होने पर काफी संघर्ष किया। लेकिन ये संघर्ष किसी और न करना पड़े इसलिए हमें सावधानी रखनी पड़ेगी। देश में मुद्रा योजना 17 करोड़ 60 लाख महिलाओं को मिला।' इस मौके पर भारत में महिलाओं के विकास के लिए स्मृति ईरानी ने पीएम नरेंद्र मोदी धन्यवाद दिया। महिलाओं की सराहना करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि वो (महिला) आज अपनी योग्यता को इतना ऊंचा कर रही हैं कि भविष्य में वो दूसरों को रोजगार मुहैया कराएंगी।
करोड़ों भारतीय महिलाओं को लाभान्वित करने वाली योजनाओं का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तीन तलाक को समाप्त करके अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है। इस कानून से मुस्लिम महिलाओं के साथ तीन तलाक जैसी प्रथा से छुटकारा मिला है। केंद्रीय मंत्री ने इस कार्यक्रम में मौजूद अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से मुस्लिम महिलाओं को अपना उद्यम शुरू करने में मदद करने की दिशा में एक कदम उठाने के लिए कहा है।