गरीब रथ बंद होने की खबरों पर राजद का मोदी सरकार पर बड़ा हमला, कहा- गरीबों को देना पड़ेगा ज्यादा किराया
नई दिल्ली। सस्ते किराए में गरीबों को एसी में सफर कराने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस जल्द ही बंद हो सकती है। जी हां.. इस ट्रेन को लेकर मोदी सरकार बड़े बदलाव करने की तैयारी में है। गरीबों को एसी ट्रेन का सफर कराने के इरादे से साल 2006 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गरीब रथ एक्सप्रेस शुरूआत की थी। अब मोदी सरकार इसे सुपरफास्ट ट्रेन में बदलने की योजना बना रही है, जिसको लेकर आरजेडी की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई है।
राजद ने मोदी सरकार को घेरा
राष्ट्रीय जनता दल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस मामले पर मोदी सरकार को घेरा गया है। राजद के ट्वीट में कहा गया है, 'लालू प्रसाद यादव द्वारा सस्ते किराए में गरीबों को एसी का सफर कराने वाली प्रसिद्ध ट्रेन गरीब रथ को मोदी सरकार बंद कर रही है। अब गरीबों को 50 फीसदी ज़्यादा किराया देना पड़ेगा। कहां हैं बिहार के 39 बेशर्म गूंगे सांसद?'
गरीब रथ बंद करने की योजना बना रहा रेलवे
मौजूदा सरकार गरीब रथ ट्रेनों को सुपरफास्ट एक्सप्रेस में बदलने जा रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रेलवे की तरफ से कहा गया है कि गरीब रथ की बोगियां बननी बंद हो गई हैं, फिलहाल जो ट्रेन पटरी पर दौड़ रही हैं उनकी बोगियां करीब 14 साल पुरानी हैं। अब चरणबद्ध तरीके से गरीब रथ को मेल-एक्सप्रेस में बदलने का काम शुरू होगा।
40 फीसदी तक सस्ता होता है एसी में सफर करना
गरीब रथ ट्रेन को मेल या एक्सप्रेस ट्रेन में बदलने के बाद इन ट्रेनों का किराया बढ़ जाएगा। देश में इस वक्त कुल 26 गरीब रथ ट्रेनें हैं और सभी को धीरे-धीरे एक्सप्रेस ट्रेन में बदल दिया जाएगा। गरीब रथ में 12 बोगियां होती हैं और सभी एसी कोच होते हैं। अब नई ट्रेनों में 16 कोच होंगे जिनमें स्लीपर, जनरल और एसी कोच भी लगाए जाएंगे। अभी गरीब रथ में एसी का सफर सामान्य 3-एसी के मुकाबले 40 फीसदी तक कम है।