पुणे में मनसे कार्यकर्ता घरों में जाकर मांग रहे नागरिकता के सबूत, बोले- बांग्लादेशी घुसपैठी ढूंढ़ रहे
नई दिल्ली। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के कार्यकर्ता पुणे में घर-घर जाकर लोगों से उनकी नागरिकता के सबूत मांग रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, बीते कुछ दिनों में मनसे के कार्यकर्ताओं ने कई इलाकों में जाकर लोगों से नागरिकता के कागजात दिखाने को कहा है। इसमें पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया है, बल्कि कई जगहों पर पुलिस भी इन लोगो के साथ ही देखी गई।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे के धनकवड़ी इलाके में मनसे कार्यकर्ता लोगों से नागरिकता का प्रमाण देने को कह रहे हैं। खासतौर से किराए पर रहने वाले लोगों से दस्तावेज मांगे जा रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि अवैध बाग्लादेशियों को ढूंढ़ने के लिए वो लोग ये अभियान चला रहे हैं। पुलिस के लोग भी इनके साथ रहते हैं और इस काम में इन लोगों की मदद भी कर रहे हैं। मामले पर महाराष्ट्र सरकार की ओर से अभी कुछ नहीं कहा गया है।
कुछ समय पहले केंद्र सरकार की ओर से लाए गए नागरिकता संशोधन कानून के बाद देश में नागरिकता को लेकर बहस छिड़ी हुई है। सत्ताधारी भाजपा और कुछ दूसरे दक्षिणपंथी रुझान वाले दल लगातार बांग्लादेशी घुसपैठी देश में होने की बात कह रहे हैं।
हाल ही मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एक रैली कर घुसपैठ की बात की थी। उन्होंने कहा था कि घुसपैठियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सीएए के विरोध का भी जवाब दिया जाएगा। राज ठाकरे ने कहा था कि बाहर से आए हुए घुसपैठिए के कारण बम धमाके होते हैं और दंगे भी इन्हीं की वजह से होते हैं। जहां मराठी मुस्लिम रहते हैं वहां कभी दंगा नहीं होता। अगर ज्यादा नाटक करेंगे तो उसी अंदाज में जवाब दिया जाएगा। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने हिंदू जिमखाना से आजाद मैदान तक बांग्लादेश और पाकिस्तानी मुस्लिम घुसपैठियों के खिलाफ मोर्चा भी निकाला था।
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