राज ठाकरे का दावा, ओवैसी के साथ मिलकर राम मंदिर पर दंगे करा सकती है मोदी सरकार
मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने सोमवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में राम मंदिर के मुद्दे पर दंगा कराने की साजिश की जा रही है। राज ठाकरे ने सोमवार को सनसनीखेज दावा किया है कि राम मंदिर को लेकर केंद्र सरकार और असदुद्दीन ओवैसी के बीच सांठगांठ हुई है। यही नहीं राज ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर चुनावी लाभ के लिए धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
ओवैसी और बीजेपी के बीच दंगा भड़काने की डील हुई है
विक्रोली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने सोमवार को कहा कि, उन्हें दिल्ली से पता चला है कि ओवैसी और बीजेपी के बीच दंगा भड़काने की डील हुई है। ओवैसी के साथ मिलकर देश में दंगों को उकसाने की साजिश है। इस सरकार के पास कुछ भी कहने को नहीं है, इसलिए देश में हिंदू और मुसलमानों के बीच दंगों को उकसाकर वोट मांगे जाएंगे। उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने कहा, 'मैंने कहा था कि राम मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए, लेकिन चुनाव के पहले इसे बनाने को लेकर मैं अड़ा नहीं हूं। अगर चुनाव के बाद इसे बनाया गया तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
आजतक किसी ने राम और हनुमान की जाति के बारे में नहीं पूछा
राज ठाकरे ने दावा किया कि, आजतक किसी ने राम और हनुमान की जाति के बारे में नहीं पूछा। लेकिन बीजेपी के नेता ऐसी बातें बोलकर लोगों के बीच नफरत पैदा करना चाहते हैं। हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाकर ये बोल अपने लिए वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। ये लोग धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे है। मौजूदा सरकार के पास अभी कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे वोट पाने के लिए हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
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महाराष्ट्र में नौकरियों पर पहला हक मराठियों का है
ठाकरे ने रविवार को दिए गए अपने उस बयान का भी समर्थन किया, जिसमें उन्होंने जोर देकर कहा था कि महाराष्ट्र में नौकरियों पर पहला हक मराठियों का है। उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में अगर नौकरी के अवसर हैं तो क्या यह गलत है कि महाराष्ट्र के युवाओं को पहली प्राथमिकता दी जाए? उन्होंने कहा था, मुंबई आने वाले लोगों में अधिकांश लोग यूपी, बिहार, झारखंड और बांग्लादेश से हैं। मैं सिर्फ यह चाहता हूं कि अगर लोग आजीविका की तलाश में महाराष्ट्र आ रहे हैं, तो उन्हें स्थानीय भाषा और संस्कृति का सम्मान करना चाहिए। जब भी मैं अपना पक्ष रखता हूं जिससे यूपी और बिहार के लोगों के साथ विवाद हो जाता है।
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