एमएम कलबुर्गी हत्या केस: SC ने CBI से पूछा- क्या इस मामले के तार 3 अन्य एक्टिविस्टों की हत्या से जुड़ा है
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि यदि सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पंसारे, पत्रकार गौरी लंकेश और तर्कवादी एम एम कलबर्गि की हत्याओं के तार एक दूसरे से जुड़े हैं तो एक एजेंसी सभी चार मामलों की जांच कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई को जवाब देने के लिए कहा है। जस्टिस यू यू ललित और नविन सिन्हा की पीठ ने सीबीआई से कहा है कि वो जनवरी के पहले सप्ताह तक बताए कि यदि इन सभी हत्याओं के पहलू एक दूसरे से जुड़ते दिखाई देते हैं तो सभी चार मामलों की जांच एक साथ क्यों नहीं करनी चाहिए?
महाराष्ट्र सरकार के वकील ने अदालत को सूचित किया कि बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से मामले की जांच एजेंसी को दिए जाने के बाद सीबीआई सामाजिक कार्यकर्ता और प्रोफेसर नरेंद्र दाभोलकर के हत्या के मामलों की जांच कर रही है। सुनवाई के दौरान पुलिस की रिपोर्ट देखने के बाद अदालत ने कहा कि पत्रकार गौरी लंकेश और कलबर्गी की हत्याओं के बीच लिंक प्रतीत होता है। कोर्ट ने पंसारे हत्या मामले में जांच की स्थिति के बारे में महाराष्ट्र सरकार के वकील से पूछा तो वकील ने कहा कि मामले की सुनवाई कोहलापुर अदालत के समक्ष लंबित था।
MM Kalburgi murder case: Supreme Court today asked Central Bureau of Investigation (CBI) to file a reply as to, is there any link, prima facie, between the alleged murder of Kalburgi and three other murders of Gauri Lankesh, Narendra Dabholkar and Govind Pansare.
— ANI (@ANI) December 11, 2018
इससे पहले कर्नाटक पुलिस ने सर्वोच्च न्यायालय को सूचित किया था कि लंकेश और कलबर्गी हत्या के मामलों के बीच एक संबंध दिखता है। राज्य पुलिस ने सर्वोच्च न्यायालय को यह भी बताया कि वह तीन महीने में कलबर्गि हत्या मामले में आरोपपत्र दायर करेगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 26 नवंबर को इस मामले की सुनवाई करते हुए कर्नाटक सरकार की जमकर फटकार लगाई थी और इस मामले को बॉब्बे हाईकोर्ट में स्थानांरित कर सकता है।
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