मध्य प्रदेश: स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद पर कांग्रेस का कब्जा, तोड़ी सालों पुरानी पंरपरा
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को कमलराज में सालों पुरानी परंपरा उस वक्त टूट गई जब विधानसभा अध्यक्ष के बाद उपाध्यक्ष पद पर भी कांग्रेस ने कब्जा जमा लिया। उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की उम्मीदवार हिना कांवरे को चुन लिया गया है। इसे लेकर बीजेपी ने सदन में जबरदस्त हंगामा किया। इस पूरे मामले पर बोलते हुए सीएम कमलनाथ ने कहा कि, पंरपरा बीजेपी ने स्पीकर के पद के लिए नॉमिनेशन कर तोड़ी थी। तब हमने निर्णय लिया कि हम डिप्टी स्पीकर का चुनाव लड़ेगे।
गुरुवार को हिना कांवरे के डिप्टी स्पीकर चुने जाने के बाद कमलनाथ ने कहा कि, बीजेपी की ओर से दूसरी पार्टियों के विधायकों को अपने तरफ खिंचने की कोशिश शुरू से की जा रही थी। उन्हें (बीजेपी को) लगा था कि कांग्रेस में विवाद होगा, इसलिए उन्होंने स्पीकर के लिए नॉमिनेशन पेपर फाइल किया था। जब उन्होंने कोशिश कि तब हमने निर्णय लिया कि हम डिप्टी स्पीकर का चुनाव लड़ेगे। उन्होंने कहा कि जब बीजेपी ने परंपरा तोड़ी तो हमने भी उसी तरह जवाब दिया।
डिप्टी स्पीकर का पद हारने के बाद बीजेपी ने इसे लोकतंत्र का काला अध्याय करार दिया। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्हें बोलने का मौका तक नहीं दिया गया जो कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है। उन्होंने कहा कि इस मामले में बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राष्ट्रपति से मुलाकात कर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार करेगा।
बता दें कि, दो दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए भी विधानसभा में भारी हंगामा हुआ था। बीजेपी ने चुनाव को गलत ठहराते हुए विधानसभा का बहिष्कार किया और राजभवन तक पैदल मार्च निकाला। इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया गया। 8 जनवरी को स्पीकर पद के लिए हुए वोटिंग का बीजेपी ने बहिष्कार किया और 120 विधायकों के समर्थन के साथ कांग्रेस ने स्पीकर चुन लिया।