मिजोरम: हजारों स्कूली बच्चों को दिलाई गई दूसरे समुदाय में शादी ना करने की कसम
नई दिल्ली। मिजोरम के आइजोल में छह अलग-अलग स्कूल के बच्चों को मिजो समुदाय से बाहर शादी ना करने की शपथ दिलाई गई है। सोमवार को स्कूलों में बच्चों को ये शपथ दिलाई गई। छात्र संगठन मिजो जिरलाइ पॉल (एमजेपी) ने छात्रों को ये शपथ दिलाई। संगठन ने इस शपथ के पीछे मिजोरम के आदिवासी संस्कृति और पहचान को बचाना बताया है।
एमजेपी नेता रिकी लालबिंबमिया का कहना है, साल 2015 से वो इस तरह का अभियान चला रहे हैं। जिसमें बच्चों से प्रण लिया जाता है कि वो अपने समुदाय में ही शादी करेंगे। हर सितंबर हम यह अभियान चलाते है। स्कूलों में जाकर संगठन से जुड़े लोग अपील करते हैं कि कोई भी गैर मिजो समुदाय के लोगों से शादी ना करें। इसी के तहत सोमवार को हमने कई स्कूलों में जाकर बच्चों से कहा कि गैर मिजो समुदाय के लोगों से विवाह ना करने का प्रण लें। इसकी वजह ये है कि हमारी संख्या काफी कम है। अगर हम बााहर शादी करेंगो तो हम खत्म ही हो जाएंगे।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, लालबिंबमिया का कहना है कि ये कोई तानाशाही या किसी बल पर कराया जा रहा काम नहीं है। ये जागरूकता के अभियान जैसा है। हम एक तरह से सलाह दे रहे हैं ना कि किसी पर जबरन यह थोप नहीं रहे हैं। उन्होंने बताया कि मिजो कस्टमरी लॉ के मुताबिक जो मिजो महिला गैर मिजो से विवाह करती है वो मिजो ट्राइबल राइट्स खो देती है। इससे पहले पिछले साल यंग मिजो एसोसिएशन ने कानून बनाने की मांग की थी कि यदि कोई मिजो महिला गैर आदिवासी से विवाह करती है तो उससे उसका अनुसूची जनजाति का स्टेस्ट छीन लिया जाना चाहिए।