दिग्विजय सिंह की जीत का दावा करने वाले मिर्ची बाबा ने डीएम से जल समाधि की इजाजत मांगी
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश के भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह की जीत का दावा करने वाला पूर्व महामंडलेश्वर बाबा वैराज्ञानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। दरअसल मिर्ची बाबा ने दावा किया था कि इस चुनाव में दिग्विजय सिंह की जीत जरूर होगी, अगर ऐसा नहीं होता है तो वह समाधि ले लेंगे। ऐसे में चुनाव में दिग्विजय सिंह की हार के बाद मिर्ची बाबा भोपाल के जिलाधिकारी से समाधि की इजाजत मांगी है।
मिर्ची बाबा ने भोपाल के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इस बात की इजाजत मांगी है कि उन्हें 16 जून को दोपहर 2.11 बजे जल समाधि लेने दिया जाए। फिलहाल मिर्ची बाबा असम के कामाख्या मंदिर में तपस्या कर रहे हैं। मिर्ची बाबा ने दिग्विजय सिंह की जीत का दावा किया था, लेकिन 23 मई को चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद दिग्विजय सिंह को भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद से मिर्ची बाबा लापता हो गए थे। जिसके बाद कई लोगों ने उनका मोबाइल नंबर तलाश किया और उन्हें फोन करके पूछा कि आप कब समाधि लेंगे। लेकिन चुनाव नतीजे आने के बाद से ही मिर्ची बाबा लापता थे।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान मिर्ची बाबा ने दिग्विजय सिंह की जीत के लिए मिर्ची हवन किया किया था। इस हवन में 5 क्विंटल मिर्ची का इस्तेमाल किया गया था। इस दौरान उन्होंने संकल्प लिया था कि अगर दिग्विजय सिंह चुनाव में नहीं जीते तो वह जिंदा जल समाधि ले लेंगे। जिस तरह से इस मिर्ची हवन के बाद मिर्ची बाबा विवादों में आए थे ,उसके बाद निरंजनी अखाड़े ने वैराज्ञानंद को निष्कासित कर दिया था। बाबा पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर थे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत गिरी ने वैराज्ञानंद के इस हवन को गलत ठहराते हुए इसे साधु-संतों की मर्यादा के खिलाफ बताया था।
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