5 राज्यों के साथ केंद्रीय पर्यावरण मंत्री की बैठक, इन जगहों पर प्रदूषण कम करना है मकसद
नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान राजधानी दिल्ली समेत सभी प्रदूषित शहरों की आबोहवा सही हो गई थी। अब अनलॉक के साथ ही देश में ओद्योगिक और मानवीय गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं, जिस वजह से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है। वायु प्रदूषण समेत तमाम समस्याओं को लेकर गुरुवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक वर्चुअल बैठक की। जिसमें दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, यूपी के पर्यावरण मंत्री और अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान डीडीए, एनडीएमसी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक के दौरान केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि केंद्र सरकार और 5 राज्यों के सतत प्रयास से अब दिल्ली में हवा के अच्छे दिन पिछले 3 साल में 108 से बढ़कर182 दिन हो गए हैं, जबकि हवा के बुरे दिन अब घटकर 246 से 183 दिन रह गए हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार को 13 हॉटस्पॉट्स मायापुरी, बवाना, नरेला, मुंडका, पंजाबी बाग, आर.के. पुरम, रोहिणी, विवेक विहार, आनंद विहार, जहांगीरपुरी, द्वारका आदि और हरियाणा सरकार को सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर आदि पर काम करने के लिए सुझाव दिए गए हैं।
शुक्रवार तक दिल्ली की आबोहवा हो सकती है 'खराब', कोरोना संकट के बीच प्रदूषण ने बढ़ाई मुश्किलें
जावड़ेकर के मुताबिक कोरोना वायरस सीधा असर फेफड़ों पर करता है। अगर प्रदूषण कम नहीं हुआ तो फेफड़ों खराब होंगे। उन्होंने पंजाब के लोगों को संदेश देते हुए कहा कि अगर आप पराली जलाओगे तो पहले तो आपके ही घर के लोग बीमार पड़ेंगे, बाद में दूसरे लोगों पर इसका असर होगा। साथ ही उन्होंने पंजाब, हरियाणा और पंजाब के मंत्रियों से प्रदूषण कम करने पर फोकस करने को कहा है।