हरदीप पुरी ने क्रैश हुए विमान के पालयट दीपक साठे को लेकर कही ये बड़ी बात
नई दिल्ली। दुबई से 190 लोगों के लेकर आ रहा एअर इंडिया एक्सप्रेस का एक विमान शुक्रवार को केरल के कोझिकोड एयरपोर्ट के रनवे पर फिसलने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में विमान के पायलट भी शामिल हैं। विमान को पालयट दीपक साठे और अखिलेश कुमार उड़ा रहे थे। आज विमान क्रैश साइट का दौरा करने पहुंचे उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि, विमान को हमारे सबसे अनुभवी और प्रतिष्ठित कमांडर कप्तान दीपक साठे उड़ा रहे थे।
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हरदीप पुरी ने कहा कि, , विमान को हमारे सबसे अनुभवी और प्रतिष्ठित कमांडर कप्तान दीपक साठे द्वारा संचालित किया जा रहा था। कैप्टन दीपक ने इस एयरफील्ड से 27 से अधिक बार विमान को लैंड कराया हैं। वायुसेना के पुरस्कार विजेता एक पूर्व अधिकारी कैप्टन साठे का 30 सालों का लंबा और दुर्घटनामुक्त उड़ान रिकॉर्ड रहा है, जिसमें से लगभग 18 साल उन्होंने एयर इंडिया को दिए थे।
कैप्टन दीपक साठे मिग 21 के भी पायलट थे, जो 17 स्क्वाड्रन (गोल्डन एरो) अंबाला में रहे। स्क्वाड्रन 1999 कारगिल युद्ध में भी गया था। कैप्टन साठे वायुसेना प्रशिक्षण अकादमी में प्रशिक्षक भी रहे। उनको 11 जून 1981 को एयरफोर्स में कमीशन मिली थी और 22 साल की सेवा के बाद 30 जून 2003 को रिटायर हुए थे। एयरफोर्स में उन्होंने एएफए में स्वॉर्ड ऑफ ऑनर जीता था और फाइटर पायलट बने थे।
दीपक साठे के पिता सेना में ब्रिगेडियर थे। उन्होंने अपना दूसरा बेटा खोया है। उनके पहले पुत्र कारगिल युद्ध में शहीद हुए थे। दीपक देश के उन चुनिंदा पायलटों में से एक थे, जिन्होंने एयर इंडिया के एयरबस 310 विमान और बोइंग 737 को उड़ाया था। कैप्टन साठे (58) पवई स्थित जलवायु बिल्डिंग के निवासी थे। उनके परिवार में दो बेटे हैं। एक बेंगलुरू में रहता है, जबकि दूसरा अमेरिका में रहता है।
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