धारा-370 पर पाकिस्तानी संसद में बवाल, मंत्री और सांसद के बीच गाली-गलौच
नई दिल्ली- भारत ने जम्मू-कश्मीर से संविधान की धारा 370 हटाया है, लेकिन आग पाकिस्तान में लगी हुई है। इस मसले को लेकर पाकिस्तानी संसद में मंत्रियों और सांसदों के बीच गाली-गलौच और हाथापाई की नौबत तक आ रही है। ऐसा ही हुआ जब पाकिस्तान के बड़बोले मंत्री फवाद चौधरी और नवाज शरीफ की पार्टी के एक सांसद आपस में भिड़ गए तो दूसरे सांसदों को उन्हें रोकना पड़ गया।
पाकिस्तानी संसद में हाथापाई की नौबत
इन दिनों पाकिस्तानी संसद का संयुक्त सत्र चल रहा है, जिसमें मुद्दा सिर्फ जम्मू-कश्मीर और आर्टिकल 370 ही छाया हुआ है। पाकिस्तानियों की बौखलाहट ऐसी है कि वह कुछ नहीं कर पा रहे हैं तो एक-दूसरे पर ही भड़ास निकाल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक विपक्षी पाकिस्तानी मुस्लिम लीग-नवाज के सीनेटर मुशहिदुल्ला खान और वहां के विज्ञान और तकनीकी मंत्री फवाद चौधरी आपस में ही गाली-गलौच करते हुए भिड़ गए। इसके चलते संसद में काफी बवाल मचा। खबरों के मुताबिक ये लड़ाई तब तक शांत नहीं हुई जब तक नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर और सीनेट के चेयरमैन सादिक संजरानी ने बीच में दखल देकर दोनों को अलग नहीं किया और दोनों की ओर से इस्तेमाल किए गए असंसदीय शब्दों को कार्यवाही से हटाने का आदेश नहीं दिया।
'दब्बू' कहे जाने पर आपे से बाहर हुए फवाद
दरअसल सारा फसाद तब हुआ जब विपक्षी सांसद ने मंत्री फवाद चौधरी को 'दब्बू' कहकर बुलाना शुरू किया। इसी पर मंत्री नवाज की पार्टी के सांसद पर भड़क गए और गालियों की झरी लगा दी। इसपर सीनेटर मुशहिदुल्ला खान कहते सुने गए कि "कोई इसकी जुबान बंद करेगा.......इसे दूसरों को कैसे आदर देते हैं, सीखने में वक्त लगेगा।" जब फवाद रुकने का नाम नहीं ले रहे थे तो खान ने उनपर झपटने की कोशिश की। तब जाकर बाकी सांसदों ने दोनों को दूर किया और शांत कराने की कोशिश की।
धारा 370 पर बहस के लिए बुलाई गई है बैठक
पिछले मंगलवार को पाकिस्तानी संसद का संयुक्त सत्र जम्मू-कश्मीर के विशेषाधिकार खत्म किए जाने पर ही चर्चा के लिए बुलाया गया है, जिसमें सभी दलों के सांसद भारत के खिलाफ आग उगल रहे हैं। इसी संसद से खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान तक भारत को जंग की धमकी दे चुके हैं। दरअसल, पाकिस्तानी हुक्कमरानों को समझ ही नहीं आ रहा है कि वे अपनी जनता, आर्मी और आतंकवादियों को क्या समझाएं। क्योंकि, भारत ने एक ही झटके में उनके दशकों के तिकड़म को तार-तार कर दिया है। हकीकत ये भी है कि पाकिस्तान की माली हालत बेहद खराब है। रोटियों की कीमत तय करने के लिए इमरान खान को कैबिनेट की बैठक बुलाई पड़ रही है। ऐसे में जब कोई विपक्षी सांसद सरकार को घेरने की कोशिश करता है तो उसके मंत्री आग बबूला हो जाते हैं। इसी के चलते वह एक के बाद एक करके एकतरफा भारत विरोधी कार्रवाई करता जा रहा है। कभी एयर रूट बंद करता है तो कभी व्यापारिक रिश्ते पर रोक लगा रहा है। उसने भारत से राजनयिक संबंधों पर भी विराम लगा दिया है। यहां तक कि उसने समझौता एक्सप्रेस पर भी ब्रेक लगा दी है।
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