आज रात भारत आ रहे हैं अमेरिकी विदेश मंत्री पोंपेयो, पाकिस्तान से लेकर ईरान पर होगी बातचीत
नई दिल्ली। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो आज रात तीन दिवसीय यात्रा पर राजधानी दिल्ली पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए के दूसरे कार्यकाल के दौरान यह पहला हाई प्रोफाइल दौरा है जिसके तहत कोई विदेशी मेहमान देश आ रहा है। इसके साथ ही एनडीए के दूसरे कार्यकाल में पहली हाई लेवल मीटिंग है जो अमेरिका और भारत के बीच होगी। बुधवार को पोंपेयो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे। सूत्रों की ओर से बताया गया है कि जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष के स्वागत में लंच भी आयोजित किया है।
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पाकिस्तान में पनपे आतंकवाद का जिक्र
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के मुताबिक पोंपेयो का दौरा भारत और अमेरिका दोनों देशों को रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का एक मौका देगा। पोंपेयो के भारत दौरे पर दोनों पक्षों के बीच कई ऐसे मुद्दे पर वार्ता होगी जो आपसी हितों से जुड़े हैं जिनमें द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई मसले शामिल हैं। आतंकवाद का मुद्दा भी चर्चा में सबसे ऊपर रहने की संभावना है। ऐसे समय में जबकि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में असफल है और अफगानिस्तान को भी अस्थिर करने की कोशिशों में लगा है, इस मुद्दे के प्रभावी रहने की संभावना है। इसके अलावा पाक ने मुंबई हमलों के साथ ही पठानकोट, उरी और पुलवामा आतंकी हमले के दोषियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की है। माना जा रहा है कि भारत इन मसलों में पाक की तरफ से हुई जांच का जिक्र पोंपेयो से कर सकता है। साथ ही दाऊद इब्राहीम को पाक में मिली सुरक्षित शरण पर भी चर्चा होने की संभावना है।
ईरान की वजह से बढ़ रही दूरी
पोंपेयो का भारत दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिका और ईरान के बीच तनाव की वजह से दिल्ली और वॉशिंगटन के बीच भी दूरियां बढ़ती जा रही हैं। 15 जून को भारत ने अमेरिकी सामानों पर टैरिफ लगा दिया है। भारत ने यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस ऐलान के बाद लिया जिसमें उन्होंने भारत को मिले प्रिफ्रेंशियल ट्रेड ट्रीटमेंट को खत्म करने की बात कही थी। दो हफ्तों के अंदर भारत ने अमेरिकी प्रॉडक्ट्स पर टैरिफ लगा दिया। इन सबके अलावा पोंपेयो, जापान के ओसाका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी के बीच होने वाली मीटिंग की आधारशिला भी तैयार करेंगे। मोदी और ट्रंप, ओसाका में होने वाले जी-20 समिट से अलग मुलाकात करेंगे। 20 जून को पोंपेयो ने जयशंकर से फोन पर बात की थी। इस दौरान पोंपेयो ने उन्हें विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने पर बधाई दी थी। पोंपेयो ने जयशंकर के साथ बातचीत में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का अपना वादा दोहराया था।