कहीं 10 तो कहीं 12 घंटे लेट हो रहीं श्रमिक स्पेशल ट्रेन, रेलवे ट्रैक पर उतरे भूखे-प्यासे मजदूर, प्रदर्शन
नई दिल्ली। देशभर में बड़े शहरों में फंसे मजदूरों के लिए रेलवे 'श्रमिक स्पेशल ट्रेन' चला रहा है लेकिन इनकी लेटलतीफी से मजदूर तंग हैं। ये ट्रेन 10 से 12 घंटे तक लेट चल रही हैं। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से आ रही श्रमिक ट्रेन दीन दयाल जंक्शन पर शनिवार को कई घंटे खड़ी रही। ऐसे में मजदूर उतकरकर रेलवे ट्रैक पर बैठ गए और प्रदर्शन किया। मजदूरों का कहना है कि ना खाना दिया जा रहा है और ना पानी। उसके बाद ट्रेन को कहीं भी खड़ा कर दिया जाता है।
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इस ट्रेन में आए एक मजदूर ने बताया है कि रात करीब 12 बजे से ट्रेन खड़ी है। इसमें सवार लोग दो दिन से पानी के सहारे हैं लेकिन किसी को कोई फिक्र नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि सरकार कोई फ्री उन्हें घर नहीं पहुंचा रही है, एक यात्री से 1500 रुपए लिए गए हैं।
प्रवासी श्रमिकों को लेकर विशाखापट्टनम से बिहार जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन बीती देर रात बारह बजे दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन पहुंची। ट्रेन अपने नीयत समय से काफी लेट चल रही थी। करीब 72 घंटे से ट्रेन में सवार मजदूरों का धैर्य डीडीयू जंक्शन पहुंचते ही जवाब दे गया और उन्होंने भोजन पानी की दिक्कत को लेकर बवाल शुरू कर दिया।
वासी मजदूरों के हंगामे के चलते कई ट्रेनों का परिचालन भी बाधित हुआ है। चंदौली और डीडीयू जंक्शन के आउटर पर मजदूरों के प्रदर्शन और हंगामे के चलते रेल ट्रैक अवरुद्ध हो गया। चंदौली में पिछले 12 घंटों के दौरान श्रमिकों ने दो बार ट्रेनें रोकी। सभी मजदूरों की ट्रेनों की लेटलतीफी और भोजन-पानी की दिक्कत से नाराजगी है।
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली से श्रमिकों को लेकर विशेष ट्रेन करीब बारह घंटे की देरी से जसीडीह पहुंची। इस ट्रेन को गुरुवार की रात 12 बजे आना था लेकिन ये दोपहर बारह बजे पहुंची। यात्रियों ने बताया कि उन्हें खाना व पानी देकर दिल्ली से रवाना किया गया लेकिन रास्ते में कहीं कुछ नहीं मिला। भूख व प्यास के कारण सभी यात्रियों का बुरा हाल हो गया है। कई दूसरी ट्रेनों में भी ऐसी शिकायतें हैं।
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