सूरत में बिहार के युवक की मॉब लिंचिंग, लोहे की रॉड से पीट-पीटकर मार डाला
सूरत। गुजरात में उत्तर भारतीयों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार की घटनाएं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सूरत में बिहार के गया के रहने वाले एक युवक की लोहे के रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। युवक का नाम अमरजीत सिंह बताया जा रहा है। शुक्रवार रात को अमरजीत नाम का युवक पंडेश्वरा इलाके स्थित एक मिल से काम कर घर लौट रहा था। तभी कुछ लोगों ने उस पर हमला कर उसे पीट-पीटकर मार डाला।
युवक सूरत में पिछले 15 सालों से रह रहा था। वह पंडेश्वरा इलाके के एक मिल में काम करता था और वहां मजदूरों की आपूर्ति भी किया करता था। परिवार वालों का कहना है कि शुक्रवार शाम वह मिल से घर वापस लौट रहा था तभी हिंसक भीड़ ने उसकी हत्या कर दी। इस घटना से इलाके में रह रहे उत्तर भारतीयों में दहशत का माहौल है। युवक के परिजन का दावा है कि उसकी लोहे की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। गुजरात पुलिस इसे एक एक्सीडेंट बता रही है।
अमरजीत 15 साल पहले वहां रोजगार की तलाश में बिहार से सूरत आया था। कई सालों की जी तोड़ मेहनत के बाद अमरजीत ने यहां अपना एक खुद का घर बना लिया था और शादी भी कर ली थी। अमरजीत के दो बच्चे हैं। अमरजीत बिहार में गया जिला के कोंच थाना के कौड़िया गांव का रहने वाला था। अमरजीत के पिता एक सेवानिवृत सैनिक हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि गुजरात में बिहारियों के खिलाफ बने गलत माहौल के कारण उनके बेटे की हत्या हुई है।
इस घटना पर सूरत पुलिस का कहना है कि यह भीड़ हिंसा की घटना नहीं है, बल्कि युवक की मौत एक सड़क हादसे में हुई है। बता दें कि, 28 सिंतबर को गुजरात के साबरकांठा में 14 महीने की एक बच्ची से रेप की कथित वारदात हुई। मामले में बिहार के रहने वाले रविंद्र साहू नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद से ही गैर-गुजरातियों खासकर यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश के लोगों को टारगेट करना शुरू कर दिया गया। अब तक 50 हजार उत्तर भारतीयों के पलायन की खबर है।
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