हिंसा पर गृह मंत्रालय ने मांगी ममता सरकार से रिपोर्ट, सियासी माहौल गरमाया
ममता बनर्जी के आरोपों पर भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार करते हुए कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था के मामले पर फेल रही है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में उत्तर 24-परगना जिले के बदुरिया इलाके में एक फेसबुक पोस्ट के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ममता बनर्जी सरकार से रिपोर्ट मांगी है। वहीं, हिंसा के बाद बेकाबू हुए हालातों को सामान्य करने के लिए बदुरिया इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। राज्य सरकार की मांग पर हिंसा से निपटने के लिए केंद्र ने अर्धसैनिक बल के 300 जवानों को पश्चिम बंगाल भेजा है। वहीं, इस मुद्दे पर सियासी माहौल भी गर्मा गया है।
मुख्यमंत्री ममना बनर्जी ने राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी पर केंद्र सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है। ममता बनर्जी ने मंगलवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि हिंसा के मामले पर हुई बातचीत के दौरान गवर्नर ने उन्हें धमकी दी और अपमानित किया। ममता ने कहा कि राज्यपाल ने भाजपा के किसी ब्लॉक प्रमुख जैसी भाषा का इस्तेमाल किया है। ममता ने कहा कि राज्यपाल की भाषा से वो खुद को अपमानित महसूस कर रही हैं।
'कानून व्यवस्ता के मुद्दे पर फेल है ममता सरकार'
ममता बनर्जी के आरोपों पर भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार करते हुए कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था के मामले पर फेल रही है। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए ममता बनर्जी राज्यपाल को निशाना बना रही हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कि राज्य में हिंदू समुदाय के घर जलाए जा रहे हैं और ममता बनर्जी कोई कदम नहीं उठा रही हैं। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर ममता बनर्जी को इस्तीफा देना चाहिए।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में उत्तर 24-परगना के बदुरिया इलाके में मंगलवार को एक फेसबुक पोस्ट को लेकर दो पक्षों के बीच बवाल हो गया था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक युवक को गिरफ्तार भी किया है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा और उससे जुड़े हिंदूवादी संगठनों पर राज्य में हिंसा फैलाने का आरोप लगाया है।
ये भी पढ़ें- गवर्नर त्रिपाठी ने मुझे धमकाया, अपमानित किया: ममता बनर्जी