Article 370 हटने के बाद हिरासत में लिए गए बड़े राजनेता कब होगे रिहा? गृह मंत्रालय ने बताने से किया इंकार
नई दिल्ली। आर्टिकल 370 और 35 A की समाप्ति के वक्त हिरासत में लिए गए कई राजनेताओं को घाटी में बढ़ती सर्दी के कारण जम्मू या कुछ अन्य स्थानों पर ट्रांसफर करने पर विचार होने लगा है। जबकि खबर यह भी है कि कुछ राजनेताओं को उनके घरों में नजरबंद रखा जाएगा क्योंकि उनमें से कई घरों पर पहले से ही सुरक्षा गार्ड नियुक्त हैं। वहीं खबर ये भी है कि पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती को सरकार रिहा कर सकती है।
आपको बता दें कि फारूक अब्दुल्ला को हरि निवास में रखा गया है। मुहबूबा मुफ्ती को चश्माशाही के गेस्ट हाउस से स्थानातंरित कर मौलाना आजाद रोड पर स्थित एक सरकारी बंगले में रखा गया है। राज्यसभा सांसद सैयद नासिर हुसैन ने गृह मंत्रालय से जम्मू-कश्मीर में अभी तक हिरासत में लिए गए लोगों की जानकारी मांगी थी। जिसके जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने सदन को बचाता कि राज्य में कानून-व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए कुल 5161 लोगों को हिरासत में लिया गया था।
हालांकि, हिरासत में लिए गए लोगों से जुड़े मामले मजिस्ट्रेट के सामने हैं, ऐसे में सरकार ने कहा है कि इन्हें कब छोड़ा जाएगा, इसका जवाब अभी नहीं दिया जा सकता है।
कब हटाई गई थी अनुच्छेद 370
बता दें कि केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को पांच अगस्त को हटाया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में बिल पेश करते हुए इसका ऐलान किया था। 4 अगस्त के बाद से ही लोगों को एहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया गया था। इनमें जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, फारुक अब्दुल्ला समेत कई नेता शामिल हैं।
गौरतलब है कि 31 अक्टूबर 2019 को जम्मू-कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया है, इसके साथ ही लद्दाख अब एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा वाला और लद्दाख बिना विधानसभा वाला केंद्रशासित प्रदेश बना है।