Me Too: 11 महिला निर्देशकों ने कहा, यौन उत्पीड़न के दोषियों के साथ नहीं करेंगे काम
#MeToo: बॉलीवुड की 11 महिलाओं निर्दशकों ने कहा , यौन उत्पीड़न के दोषियों के साथ काम नहीं करेंगे
मुंबई। मीटू कैपेंन के तहत बॉलीवुड के कई निर्देशकों और अभिनेताओं पर यौन उत्पीड़न के आरोप लग रहे हैं। इस बीच फिल्म जगत की 11 महिला निर्देशकों ने एक साझा बयान जारी कर रहा है कि वो यौन उत्पीड़न के दोषी के साथ काम नहीं करेंगी। ये साझा बयान सोशल मीडिया पर जारी किया गया है। बयान रुची नारायण, सोनाली बोस, नंदिता दास, नित्या मेहरा, रीमा कगटी, किरण राव, कोंकणा सेन शर्मा, मेघना गुलजार, अलंकृता श्रीवास्तव, गौरी शिंदे और जोया अख्तर की ओर से जारी किया गया है।
बयान में कहा गया है कि महिला और फिल्म निर्माताओं के रूप में, हमने मी टू कैंपेन को अपना समर्थन देते हैं। हम उन महिलाओं के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं जो यौन उत्पीड़न के मामलों को लेकर पूरी ईमानदारी के साथ आगे आई हैं। हम कार्यस्थलों को सभी के लिए सुरक्षित चाहते हैं। हमने दोष साबित होने वाले लोगों के साथ काम न करने का भी फैसला किया है। सभी सहकर्मियों से भी ऐसा करने का आग्रह करते हैं।
बीते माह अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर अपने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद में मीटू कैंपेन के तहत कई महिलाओं ने अपने साथ इस तरह की घटनाओं का जिक्र किया है। इसमें फिल्म और टीवी के अलावा मीडिया जगत की भी हस्तियां है। मोदी सरकार के मंत्री पर भी यौन शोषण के आरोप लगे हैं।
इन आरोपों से बाद फिल्म जगत में इसको लेकर सबसे ज्यादा प्रतिक्रिया देखने को मिली है। हाल ही में साजिद खान और नाना पाटेकर को फिल्म छोड़नी पड़ी है, दोनों पर यौन उत्पीड़न के आरोप हैं। अक्षय कुमार ने फिल्म में काम करने पर एतराज किया था। इससे पहले कंगना रनौत ने यौन उत्रीड़न के दोषी के साथ काम ना करने की बात कही थी।
मीटू कैंपेन में नाना पाटेकर, विकास बहल, सुभाष घई, भूषण कुमार, रजत कपूर, अभिजीत भट्टाचार्य, कैलाश खेर, पियूष मिश्रा, सुभाष कपूर, साजिद खान, शक्ति कपूर, चेतन भगत, सुहेल सेठ, एमजे अकबर जैसे लोगों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। आलोकनाथ पर रेप का आरोप है।
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