यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद वरुण ग्रोवर ने लिखा खुला खत, #MeToo को सही बताते हुए किया 'सत्य का आग्रह'
कॉमेडियन, राइटर और लिरिस्ट वरुण ग्रोवर ने एक बार फिर अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों पर निराधार बताया है। एक खुला खत लिखकर वरुण ने सत्य के लिए आग्रह और अपने ऊपर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच कराने की गुजारिश की है।
नई दिल्ली। कॉमेडियन, राइटर और लिरिस्ट वरुण ग्रोवर ने एक बार फिर अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों पर निराधार बताया है। एक खुला खत लिखकर वरुण ने सत्य के लिए आग्रह और अपने ऊपर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच कराने की गुजारिश की है। वरुण ने इस लंबे खत में अपने ऊपर लगे आरोपों, उसे लेकर सवाल और उसके समाधान पर भी लिखा है। उन्होंने खत में लिखा कि पिछला एक हफ्ता उनकी जिंदगी में एक चक्रवात की तरह गुजरा और उनकी पूरी दुनिया इस आरोप से दहल गई है।
'पिछला हफ्ता चक्रवात की तरह गुजरा'
फिल्म इंडस्ट्री के जानें-माने गीतकार वरुण ग्रोवर ने एक खुला खत लिख सत्य के लिए आग्रह किया है। यौन शोषण का आरोप लगने के बाद ये दूसरी बार है जब वरुण ने एक विस्तृत बयान जारी किया है। वरुण ने इस खुले खच में लिखा, 'बीता हफ्ता मेरा जिंदगी में एक चक्रवात की तरह गुजरा। उलझन और उदासी में डूबा। मेरे ऊपर एक गुमनाम आरोप लगाया गया, जिसके बारे में मुझे पता है कि वो गलत है और बकायदे मैं ये साबित कर सकता हूं। अगर तस्वीर का फ्रेम बड़ा कर देखें तो #मीटू की इस क्रांतिधारा की जरूरत और महत्व मेरे अकेले के शहीद हो जाने से कहीं बड़ा है।'
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वरुण ने पेश किया बेगुनाही के सबूत
वरुण ने लिखा कि इस आरोप के बाद से उनका पूरा परिवार टूट गया है लेकिन वो फिर भी इसके साथ खड़े हैं। उन्होंने अपने खत में अपनी बेगुनाही के सबूत पेश करते हुए बताया कि उनकी बीएचयू में पढ़ाई के दौरान जो लड़कियां उनकी जूनियर थीं, वरुण ने उन सभी से संपर्क साधने की भी कोशिश की। उन्होंने लिखा, 'घटना के समय मेरी जूनियर रही एक-एक लड़की से बात कर इस बात की पुष्टि हासिल की, कि ऐसी कोई घटना कभी हुई ही नहीं। किसी भी स्वतंत्र जांच में इस बात को वापस सत्यापित किया जा सकता है।'
लेखक-कॉमेडियन पर लगे हैं ये आरोप
वरुण ने लिखा कि वो इन आरोपों को सिरे से गलत, बनावटी और पूरी तरह आधारहीन बताते हैं। अपनी बेगुनाही के लिए वो किसी भी स्वतंत्र जांच के समक्ष पेश होने और अपना पक्ष रखने के लिए भी तैयार हैं। वरुण ग्रोवर पर #MeToo कैंपेन के तहत एक बेनाम महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। महिला का आरोप था कि बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में वो वरुण की जूनियर थीं। वहां एक प्ले के दौरान वरुण ने उनके साथ बद्तमीजी की और गलत तरीके से छूआ था।
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फिर भी #MeToo का समर्थन करते रहेंगे वरुण
इसपर वरुण ने लिखा कि आरोपों के स्क्रीनशॉट वायरल होते ही उनका नाम 'यौन उत्पीड़क' से जोड़ा जाने लगा, जिससे वो काफी आहत हुए। उन्होंने कहा कि उनके केस में आरोप एक अकेले अनाम खाते द्वारा लगाए गए थे, जबकि अन्य कई मामलों में आरोप लगाने वाली एक से ज्यादा महिलाएं थीं। अंत में वरुण ने लिखा, 'क्या मैं गुस्सा हूं? क्या मेरी दिमागी शांति चली गई है? इसका जवाब 'हां' है। पर आज भी मुझसे पूछा जाए कि क्या में 'हर स्त्री पर भरोसा करो' का नारा लगाउंगा? तो मेरा जवाब आज भी 'हां' ही होगा।'