WhatsApp इंडिया हेड और मेटा पब्लिश पॉलिसी हेड ने दिया इस्तीफा
टेक कंपनियां इस वक्त बुरे दौर से गुजर रही हैं, जहां ट्विटर-फेसबुक जैसी दिग्गज कंपनियों में भी बड़े स्तर पर छंटनी की गई। इस बीच खबर आ रही कि फेसबुक की मदर कंपनी मेटा के इंडिया पब्लिक पॉलिसी हेड और WhatsApp इंडिया हेड ने इस्तीफा दे दिया है। मेटा के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा, क्योंकि दो हफ्ते पहले ही Meta इंडिया के भारतीय प्रमुख अजीत मोहन ने कंपनी छोड़ दी थी।
मेटा ने दोनों इस्तीफों की पुष्टि की है। उनकी ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि मेटा इंडिया के पब्लिक पॉलिसी हेड राजीव अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया है। उनके अलावा WhatsApp इंडिया के हेड अभिजीत बोस ने भी कंपनी छोड़ दी। कंपनी ने दोनों की सेवाओं के लिए आभार जताया, साथ ही उनको अग्रिम भविष्य की शुभकामनाएं दीं। वहीं WhatsApp के हेड विल कैथकार्ट ने भी अभिजीत बोस को भारत में व्हाट्सएप के पहले प्रमुख के रूप में उनके योगदान के लिए धन्यवाद कहा।
वहीं अभिजीत बोस ने लिंक्डइन पर अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए लिखा कि वो अपनी अगली जॉब को लेकर वास्तव में उत्साहित हैं। एक छोटे से ब्रेक के बाद, मैं उद्यमिता संसार में फिर से शामिल होने की योजना बना रहा।
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11
हजार
से
ज्यादा
कर्मचारियों
की
छंटनी
एलन
मस्क
ने
जब
ट्विटर
की
गद्दी
संभाली
तो
उन्होंने
छंटनी
शुरू
कर
दी
थी।
उसके
बाद
फेसबुक
ने
भी
11
हजार
से
ज्यादा
कर्मचारियों
को
निकालने
की
घोषणा
कर
दी।
इस
पर
कंपनी
ने
कहा
था
कि
उनकी
लागत
बढ़ने
की
वजह
से
मुनाफा
घट
रहा
है,
ऐसे
में
राजस्व
में
लगातार
गिरावट
हो
रही।
इसके
चलते
उन्होंने
ये
फैसला
लिया
है।
कंपनी
ने
कहा
था
कि
वो
निकाले
जा
रहे
कर्मचारियों
को
16
हफ्ते
का
बेसिक
वेतन
देगी।
इसके
अलावा
उन्हें
6
महीने
तक
हेल्थ
इंश्योरेंस
की
सुविधा
मिलती
रहेगी।