Merry Christmas 2019: कहीं बच्चों को डराते हैं तो कहीं लिखते हैं चिट्ठी, दुनियाभर में ऐसे मनाया जाता है क्रिसमस
नई दिल्ली। पूरी दुनिया में क्रिसमस का त्योहार बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन सभी अपने घरों और क्रिसमस ट्री को सजाते है। ये त्योहार ईसा मसीह के जन्मोत्व के मौके पर मनाया जाता है। ऐसा मानना है कि ईसा मसीह ईश्वर के पुत्र थे। जीसस के जन्मोत्सव को भव्य बनाने के लिए चर्चों में विशेष प्रकार की झांकिंया सजाई गई हैं। दुनिया के अलग-अलग देशों में ईसाई समुदाय के लोग इस त्योहार को विशेष रूप से मनाते हैं। चलिए अब जानते हैं कि किस देश में ये त्योहार कैसे मनाया जाता है।
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भारत में हर धर्म के लोग मनाते हैं
भारत विविध संस्कृतियों वाला देश हैं, जहां हर धर्म के लोग मिलजुलकर रहते हैं। यहां ना केवल ईसाई बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी धूमधाम से क्रिसमस मनाते हैं। इस दौरान बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिलता है। स्कूलों और दफ्तरों को भी खूब सजाया जाता है। यहां चर्च और बाजारों में काफी रौनक होती है। सभी चर्चों में मोमबत्तियां जलाई जाती हैं और ईसा मसीह से विशेष प्रार्थना की जाती है।
जापान में इंटरनेट पर साथी की तलाश करते हैं
जापानी लोग क्रिसमस का त्योहार थोड़े अलग तरीके से मनाते हैं। जापान में क्रिसमस प्रेम के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है। यहां लोग इंटरनेट पर अच्छे साथी की तलाश करते हैं और फिर शाम को उसके साथ क्रिसमस का त्योहार मनाते हैं। वहीं जिसे साथी नहीं मिल पाता वो घर पर ही इस त्योहार को मनाता है।
ऑस्ट्रेलिया में खीर बनाते हैं
ऑस्ट्रेलिया में क्रिसमस को काफी धूमधाम से मनाया जाता है। यहां दुकानों से लेकर एयरपोर्ट तक सब इस खास मौके पर सजे होते हैं। इस दिन को और भी खास बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के लोग बुखारे की खीर बनाते हैं। क्योंकि इस समय ऑस्ट्रेलिया में गर्मी होती है, इसलिए अधिकतर लोग बीच पर ही इसे मनाते हैं।
इथियोपिया में 7 जनवरी को मनाते हैं
क्रिसमस को मनाने के मामले में इथियोपिया दुनिया के बाकी देशों से बिलकुल अलग है। क्योंकि यहां क्रिसमस का त्योहार 25 दिसंबर को नहीं बल्कि 7 जनवरी को मनाया जाता है। क्योंकि इस देश में जूनियन कैलेंडर को माना जाता है, इसलिए लोग क्रिसमस को गन्न के नाम से पुकारते हैं। इस मौके पर यहां के पुरुष हॉकी जैसा खेल खेलते हैं।
ऑस्ट्रिया में बच्चों को डराते हैं
ऑस्ट्रिया में क्रिसमस पर एक पुरानी परंपरा के तहत दानव की तरह बच्चों को डराया जाता है। यहां के लोग इस दिन भूत प्रेत और राक्षसों के वेश में सड़कों पर घूमते हैं। ये लोग शरारती बच्चों को डराने का काम करते हैं। ऐसा माना जाता है कि डराने के बाद शरारती बच्चों में सुधार आता है और वो कम शरारत करने लगते हैं।
स्पेन में लाल रंग के अंडरवियर की प्रथा
स्पेन में क्रिसमस को जैसे मनाया जाता है, उस बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। इस दिन यहां लाल रंग की अंडरवियर पहनने की प्रथा है। यहां क्रिसमस का त्योहार 8 दिसंबर से ही शुरू हो जाता है। इस दौरान लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को तोहफे देते हैं और उनसे मिलने उनके घर जाते हैं।
चेक रिपब्लिक में लड़कियों से जुड़ी प्रथा
चेक रिपब्लिक में क्रिसमस का कनेक्शन लड़कियों की शादी से जुड़ा हुआ माना जाता है। यही वजह है कि यहां की लड़कियां हर साल क्रिसमस का बेताबी से इंतजार करती हैं। इस दिन प्रथा के मुताबिक लड़कियां चेरी के पेड़ की डाल को पानी में भिगो देती हैं। अगर इसमें क्रिसमस से पहले फूल खिल जाता है, तो ये माना जाता है कि अगले साल उन लड़कियों का विवाह हो जाएगा।
मेक्सिको में 16 दिसंबर को शुरू होता है क्रिसमस
मेक्सिको में क्रिसमस का त्योहार कला से भरा होता है। इस दौरान लोग जड़ वाली सब्जियों से विभिन्न प्रकार के स्टेच्यू बनाते हैं। इस देश में क्रिसमस 16 दिसंबर से ही शुरू हो जाता है और 25 दिसंबर तक मनाया जाता है। इस दिन यहां के लोग चर्च में खाना खाते हैं। इसके बाद तोहफे लेने देने का दिन 5 जनवरी को आता है।
डेनमार्क में बच्चों के साथ खेल खेलते हैं
डेनमार्क में क्रिसमस के मौके पर बच्चों के साथ एक खास तरह का खेल खेला जाता है। यहां बच्चों को पहले तो उनके पसंदीदा खाने को दिखाया जाता है और फिर उनके उठने से पहले ही अगले दिन उस खाने को खा लिया जाता है। फिर बच्चों को चिढ़ाया जाता है।
फ्रांस में जूते रखते हैं बच्चे
क्रिसमस के मौके पर फ्रांस में लाल रंग के जूतों का इस्तेमाल किया जाता है। इस दिन यहां रात को फायर प्लेस के पास जूतों को लटका दिया जाता है, बच्चे ऐसा मानते हैं कि रात को सैंटा क्लॉज इसमें तोहफे रखकर जाता है। अगले दिन बच्चों को इन जूतों में तोहफे भी मिल जाते हैं। लेकिन असल में ये तोहफे उनके माता पिता ही रखते हैं।
यूक्रेन में 12 तरह के पकवान बनते हैं
यूं को दुनिया के अधिकतर देशों में क्रिसमस के मौके पर क्रिसमस ट्री को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। लेकिन यूक्रेन में इसे थोड़ा अलग तरीके से सजाया जाता है। यहां क्रिसमस ट्री को गुडलक के लिए मकड़ी के जालों से सजाया जाता है। इस दिन यहां 12 तरह के पकवान बनाने की प्रथा है। हालांकि पकवान बनाते समय बच्चों को रसोई में प्रवेश नहीं करने दिया जाता है।
ब्रिटेन में बच्चे लिखते हैं चिट्ठी
ब्रिटेन में भी बच्चे क्रिसमस मनाने के लिए काफी उत्साहित रहते हैं। यहां इस दिन बच्चे फादर के नाम एक चिट्ठी लिखते हैं। इस चिट्ठी में बच्चे अपनी इच्छाएं बताते हैं और फिर इसे आग के पास डाल देते हैं। अगल ये चिट्ठी जल जाती है तो बच्चे दूसरी चिट्ठी लिखते हैं।
नार्वे में झाड़ू छिपाते हैं
नार्वे में क्रिसमस के मौके पर झाड़ू से जुड़ी प्रथा विद्यमान है। यहां इस दिन झाड़ू को छिपा दिया जाता है। लोग ऐसा मानते हैं कि क्रिसमस के दिन शाम को हवा में बुरी चीजें उड़ती हैं। और झाड़ू के साथ घर के अंदर आ सकती हैं। इसलिए झाड़ू को छिपा दिया जाता है, ताकि ये बुरी चीजें घर के अंदर प्रवेश ना कर सकें।
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