मेनका गांधी ने जानवरों के शेल्टर होम के लिए बेची पेंटिंग्स, होगा घायल पशु-पक्षियों का इलाज
रायपुर: बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने अपनी मिका पेंटिग्स बेचकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जमीन खरीदी है। उन्होंने रायपुर के चंदखुरी में ढ़ाई एकड़ जमीन जानवरों के शेल्टर होम बनाने के लिए खरीदी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री की संस्था पीपुल फॉर एनीमल्स इस शेल्टर होम में अपंग और घायल पशु पक्षियों को नया जीवन देगी। गौरतलब है कि मेनका गांधी पीपुल फॉर एनीमल्स संस्था की संस्थापक भी हैं।
मेनका गांधी ने शेल्टर होम के लिए बेची पेंटिंग
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 30 किलोमीटर दूर चंदखुरी में जमीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी करने के बाद शेल्टर होम बनाने के लिए अन्य प्रक्रिया तेज कर दी गई है। इस शेल्टर होम में घायल पशु-पक्षियों का इलाज और देखभाल की जाएगी। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक अकेले रायपुर जिले में ही एक वर्ष में औसतन करीब 15 हजार पशु-पक्षी घायल होते हैं। घायल जानवरों में गाय, बैल, बछड़े, कुत्ता, बिल्ली, बंदर और पक्षी शामिल हैं।
शेल्टर होम नहीं होने से दिक्कतें
गौरतलब है कि मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनीमल्स घायल जानवरों का उपचार कराती है, लेकिन अपना शेल्टर होम नहीं होने की वजह से संस्था को जानवरों के इलाज और रखरखाव में दिक्कत होती है। पीपल फॉर एनीमल्स रायपुर की संचालिका कस्तूरी बलाल ने बताया कि शहर में घायल जानवरों की मदद के लिए एक भी शेल्टर होम नहीं है। इसे देखते हुए चंदखुरी में शेल्टर होम बनाया जा रहा है। अभी यहां बाउंड्रीवॉल का निर्माण पूरा कर लिया गया है। यहां मवेशियों के इलाज के लिए अस्पताल होगा जो 24 घंटे चलेगा।
शेल्टर होम में होगी क्या-क्या सुविधा
कस्तूरी बलाल ने आगे बताया कि यहां मोबाइल एंबुलेंस की सुविधा रहेगी। एंबुलेंस में एक डॉक्टर के साथ एक प्रशिक्षित सहयोगी होंगे। गांव में मवेशी बीमार हो गए या घायल हो गए तो ये मौके पर जाकर इलाज करेंगे। सड़कों पर घूमने वाले घायल मवेशियों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर छोड़ दिया जाएगा। शेल्टर होम में मृत जानवरों को दफनाने के लिए जगह भी दी जाएगी। इस शेल्टर होम में वन्यजीव प्रेमियों को जानवरों के उपचार की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि रायपुर के चंदखुरी फॉर्म में ढाई एकड़ में शेल्टर होम बन रहा है। इसके निर्माण के लिए मेनका गांधी ने अपनी मिका पेंटिंग्स को बेचकर पैसे दिए हैं, जिससे अभी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं।
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