वाल्मिकि समाज की बैठक में गए जिग्नेश मेवाणी को दिखाए गए काले झंडे
अहमदाबाद। दलित नेता और वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को वाल्मिकी समाज को लोगों ने एक रैली के दौरान अहमदाबाद में काले झंडे दिखाए हैं। घटना गुरुवार की जब वे सफाई कर्मचारियों की बैठक में भाग लेने अहमदाबाद के ब्रह्मपुरा इलाके पहुंचे तो वहां पर मौजूद वाल्मिकि समाज के लोगों ने काले झंडे दिखाए। यह बैठक बाल्मिकि समाज के अधिकारों को लेकर प्रदर्शन की रणनीति को लेकर की जानी थी। जिसे सबसे बड़ा सामाजिक रूप से कलंकित दलित समूह माना जाता है। वाल्मीकि समुदाय के सदस्य अब भी अस्पृश्य माने जाते हैं। बैठक के दौरान वाल्मिकी समाज के कुछ लोग डॉ अम्बेडकर हॉल सामने एकत्र हुए औऱ काले झंडे दिखाए।
गुजरात वाल्मीकि संगठन के अध्यक्ष लालजी भगत ने कहा, 'जिग्नेश मेवाणी इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। वह कांग्रेस का एक मोहरा हैं और उन्होंने वास्तव में हमारी समस्याओं को हल करने के लिए कुछ भी नहीं किया है। लालजी ने कहा, वह हमारे खिलाफ भेदभाव करते है। वह हमारी समस्याओं को जानते भी नहीं तो बैठक कैसे कर सकते हैं। हमारे वाल्मीकि समुदाय के कुछ सदस्य अंदर हैं और वे देशद्रोही हैं। हम अपने समुदाय के सभी सदस्यों को फोन करेंगे और उनके खिलाफ लड़ेंगे।
विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए मेवाणी ने कहा, 'मैं प्रदर्शनकारियों का स्वागत करता हूं। इससे पता चलता है कि मैं आरएसएस और भाजपा के लिए खतरा हूं। उनके द्वारा ऐसे प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। मैं जहां भी जाता हूं वे ऐसे ही लोग विरोध करने के लिए भेज देते हैं। सफाई कर्मचारिओं के समर्थन में मेवाणी राज्यव्यापी आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं।
मेवाणी ने कहा कि, हमें सफाई कर्मचारियों के एक रणनीति बनानी होगी यह कैसा गुजरात का मॉडल है जहां लोगों को गटर में घुसकर सफाई करनी पड़ती है। हम किस विकास की बात कर रहे हैं। जब हम नालों को साफ करने के लिए मशीनों का उपयोग नहीं कर सकते हैं? कब तक एक समुदाय के लोग इस काम के लिए अपने जीवन को खतरे में डालेंगे? इसके लिए हम 14 अप्रैल या किसी एक तारीख जिस पर सहमति बनेगी उस में आंदोलन करेंगे और सरकार के सामने आपनी मांगे रखेंगे।