जिनको पार्टी में लेकर आए थे पिता, बेटे ने बनाया राज्य का गृहमंत्री
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश की 25 सदस्यीय कैबिनेट ने शनिवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली। आंध्र के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने अपनी सरकार में 5 डिप्टी सीएम बनाए हैं। अमरावती में हुए शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और राज्यपाल मौजूद रहे। जगन मोहन रेड्डी के कैबिनेट में खास बात है मेकाथोटी सुचित्रा का गृह मंत्री बनना। राज्य के इतिहास में ये दूसरा मौका है जब एक महिला को गृह मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है। इसके पहले ऐसा जगन मोहन रेड्डी के पिता ने किया था।
जगन मोहन रेड्डी ने दलित महिला को बनाया गृहमंत्री
जगन मोहन रेड्डी के पिता और पूर्व सीएम वाईएस राजशेखर रेड्डी ने पहली बार एक महिला पी सबिता इंद्रा रेड्डी को गृह मंत्री बनाया था। जगन मोहन अपने नए कैबिनेट को लेकर बहुत गंभीर हैं। उन्होंने सामाजिक और जातीय आधार पर मंत्रालयों का बंटवारा किया है। गृह और आपदा प्रबंधन विभाग की जिम्मेदारी उन्होंने मेकाथोटी सुचारिता को सौंपी है।
ये भी पढ़ें: बीजेपी ने 13 जून को बुलाई हाई लेवल मीटिंग, नए पार्टी अध्यक्ष का हो सकता है चुनाव
सुचारिता को पार्टी में लेकर आए थे वाईएसआर
आध्र प्रदेश की इस नई सरकार में 5 डिप्टी सीएम हैं। भारत में किसी भी राज्य के लिए पहली बार 5 डिप्टी सीएम ने शपथ ली। इसमें तीन महिलाएं शामिल हैं। जगन मोहन के कैबिनेट में सात मंत्री पिछड़े वर्ग से, अनुसूचित जाति से पांच, कापू और रेड्डी समुदायों से चार और एक मुस्लिम मंत्री है। इसके पहले, सीएम रहे चंद्रबाबू नायडू के मंत्रिमंडल में कम्मा समुदाय का प्रभुत्व था। जगन के मंत्रिमंडल में इस समुदाय से सिर्फ एक को जगह मिली है।
वाईएसआर ने पी सबिता इंद्रा रेड्डी को बनाया था गृहमंत्री
कभी सामाजिक कार्यकर्ता रहीं सुचारिता को राजनीति में लाने का श्रेय जगन मोहन रेड्डी के दिवंगत पिता वाईएस राजशेखर रेड्डी को जाता है। साल 2003 में जब कांग्रेस नेता वाईएस राजशेखर रेड्डी पदयात्रा कर रहे थे, तब सुचारिता पहली बार उनकी नजर में आई थीं। सुचारिता ने साल 2006 में राजनीति में कदम रखा था। जब उन्होंने गुंटूर के फिरंगीपुरम से जिला परिषद टेरिटोरियल कॉन्स्टिट्यून्सीज का चुनाव जीता था। वह दो साल तक जिला परिषद की सदस्य रहीं। इसके बाद साल 2009 में राजशेखर रेड्डी ने सुचारिता को प्रातिपादु विधानसभा सीट से टिकट दिया, जहां से वह चुनाव जीतकर आई थीं।