भारत में हो रही TV डिबेट से डरा चौकसी, कहा- भारत आया तो मार देंगे
नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक को करोड़ों रुपये का चुना लगाकर एंटिगुआ की नागरिकता ले चुका भगोड़ा मेहुल चौकसी ने एक बार फिर कहा है कि वह भारत इसलिए नहीं आना चाहता, क्योंकि उसकी जान को खतरा है। चौकसी ने शुक्रवार को मुंबई स्पेशल सीबीआई कोर्ट से आग्रह किया है कि उसके खिलाफ जारी हुए गैर-जमानती वारंट को रद्द कर दिया जाए। चौकसी ने अपने लेटर को वकील के जरिए सीबीआई तक यह बात पहुंचाई, जिसमें कहा गया कि हाल ही में उसके ऊपर भारत में जो टीवी डिबेट हुई है, उससे ऐसा लगता है कि उसकी जान को खतरा है। इससे पहले चौकसी ने कहा था कि वह भारत आया तो उसकी भी लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) हो जाएगी।
अपने लेटर में चौकसी ने सीबीआई से कहा कि हाल ही में उसको लेकर जो राष्ट्रीय टेलीविजन समाचार चैनलों पर बहस देखी, उसे देखकर वह 'चौंक' गया है। उसने कहा कि एक टीवी डिबेट में दो कॉलर धोखाधड़ी पर अपनी राय साझा करने के लिए फोन किया था। चौकसी ने दावा किया है कि कॉलर्स ने डीबेट में कहा कि मेहुल चौकसी को ट्रैक करने के लिए एक विशेष टीम बनाई जाएगी और उसे भारत वापस लाए जाने के बाद उसे मार दिया जाएगा।
चौकसी ने दावा किया कि कॉलर्स उन्हें मारकर सोसायटी में धोखाधड़ी करने वालों को एक सख्त संदेश देने की बात कह रहे थे। फरार हुए हीरा व्यापारी ने आगे कहा कि जिस तरह से न्यूज एंकर और वहां बैठे पैनलिस्ट ने कॉलर्स की बात को गंभीरता से नहीं लिया और जब वे उसकी बातों पर हंस रहे थे, तब यह साबित हो गया कि वे (पैनलिस्ट, एंकर) उसके सुझावों से सहमत थे।
चौकसी ने अपने लेटर के साथ उस डिबेट की वीडियो और ओडियो सीडी भी सीबीआई तक पहुंचाई है, जिसमें उसे मारने की योजना की बात कही जा रही थी। उसने कोर्ट से आग्रह किया कि इस मुद्दे पर प्रकाश डाले और अपने खिलाफ जारी हुए गैर जमानती वारंट को रद्द किया जाए। अपने गैर जमानती वारंट के खिलाफ चौकसी ने दूसरी बार सीबीआई कोर्ट से आग्रह किया है।
इस साल 22 मई को सीबीआई द्वारा 12,636 करोड़ रुपये के पीएनबी धोखाधड़ी के मामले में दायर दूसरी चार्जशीट की संज्ञान लेने के बाद, विशेष अदालत ने चोकसी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।