जम्मू-कश्मीर को वापस विशेष दर्जा दिलाने के लिए किसानों की तरह आंदोलन शुरू करना होगा: महबूबा मुफ्ती
Mehbooba Mufti on J&K Special Status: जम्मू-कश्मीर से साल 2019 में धारा 370 हटा दी गई थी, जिसके बाद उसका विशेष दर्जा खत्म हो गया। वहीं अब जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि वे जम्मू-कश्मीर की खोई हुई पहचान को दोबारा दिलाने के लिए लड़ाई लड़ रही हैं। साथ ही लोगों को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस पाने के लिए किसानों की तरह आंदोलन शुरू करना पड़ेगा।
बारामूला में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति ठीक नहीं है। पीडीपी कश्मीर मुद्दे के समाधान की बात कर रही है और यह भी कि हमने जो विशेष स्थिति खो दी है उसकी बहाली के लिए हमें लड़ना होगा। मुफ्ती ने कहा कि हम कश्मीर के लोगों को किसानों के तरह शांतिपूर्ण आंदोलन करना होगा। पूरी दुनिया आज किसान आंदोलन को सुन रही है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार जम्मू-कश्मीर की स्थिति को बहाल नहीं करेगी, तो लोग इसके लिए भीख नहीं मांगेंगे।अगर सरकार मानती है कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ ठीक है, तो उन्हें विदेशी प्रतिनिधिमंडलों को लाने की क्या जरूरत है। इन प्रतिनिधिमंडलों को यह महसूस करने के लिए कि कश्मीर में सब कुछ सामान्य है, उन्होंने कई जगहों पर से बंकरों को हटा दिया, जबकि घाटी में 10 लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी अभी भी मौजूद हैं। वे इन प्रतिनिधिमंडलों को भी गुमराह कर रहे हैं और इन पर बात करने के लिए कुछ चुनिंदा लोगों को बुलाया गया है।
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बता दें कि बुधवार को कश्मीर की स्थिति के आकलन के लिए यूरोपीय संघ के दूतों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर पहुंचा है। 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सरकार की ओर से सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयासों के मद्देनजर जमीनी हकीकत जानेगा।