Delhi violence: महबूबा मुफ्ती की बेटी बोलीं, दिल्ली जल रही है और मोदी सरकार ट्रंप पर फिदा है
नई दिल्ली- नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली में रविवार से जारी हिंसा को लेकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार ट्रंप के स्वागत में फिदा रही और दिल्ली को जलने के लिए छोड़ दिया गया। उन्होंने अपनी मां के ट्विटर हैंडल से कई ट्वीट किए हैं, जिसके कुछ अंश भड़काऊ भी हैं। उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि जब विदेशी मेहमान आते हैं, तभी गांधीजी को याद किया जाता है। जबकि, उनके मूल्यों को कब का भुला दिया गया है।
'बहुमत के उत्साह में विविधता को नुकसान'
महबूबा की बेटी ने उनके ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल कर मंगलवार को लिखा है, 'पिछले सात महीने में भारत का ऐसे स्थान में पतन हुआ है, जहां बहुमत के उत्साह में कट्टरता ने इसकी विविधता को भारी नुकसान पहुंचाया है। मुझे आश्चर्य है कि क्या हम मुसलमानों को कोई चाहता भी है या यहां के अब रह भी गए हैं। ख्याल से बाहर की नाउम्मीदी'। बता दें कि उनकी मां पिछले साल 5 अगस्त से ही हिरासत में हैं और हाल ही में उन्हें पब्लिक सेफ्टी ऐक्ट के तहत हिरासत में नजरबंद किया गया है। पिछले से ही इल्तिजा अपनी बातें रखने के लिए मां महबूबा के ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल कर रही हैं।
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'दिल्ली जल रही है और मोदी सरकार ट्रंप पर फिदा है'
इससे पहले सोमवार को जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने परिवार के साथ भारत पहुंचे थे और उनका अहमदाबाद में जोरदार स्वागत किया गया, तब इल्तिजा ने नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम को लेकर मोदी सरकार पर भड़ास निकाली थी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, 'एक ओर दिल्ली जल रही है, 80 लाख कश्मीरियों को उनके अधिकारों से वंचित किया गया है और दूसरी ओर 'हाई टी', और ''नमस्ते ट्रंप'' जैसा आयोजन हो रहा है। विदेशी गणमान्य व्यक्तियों की साबरमती आश्रम यात्रा के दौरान ही गांधीजी की विरासत को याद किया जाता है। उनके मूल्य तो काफी पहले ही भुलाए जा चुके हैं।' गौतलब है कि ट्रंप सोमवार को ही दो दिनों की भारत यात्रा पर आए हैं और उनका अहमदाबाद में एयरपोर्ट से लेकर मोटेरा स्टेडियम के बीच 22 किलोमीट के रास्ते में और फिर स्टेडियों में एक लाख से भी कहीं ज्यादा लोगों ने स्वागत किया था।
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दंगाई की तस्वीर पर दी अजीब प्रतिक्रिया
यही नहीं सोमवार को जब उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाके में एक दंगाई का अकेले पुलिस वाले पर पिस्तौल तानने वाली तस्वीर वायरल हुई थी, तब एक पत्रकार ने ट्वीट कर पूछा था कि दिल्ली पुलिस ने इस आदमी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया। इसपर इल्तिजा मुफ्ती ने जवाब दिया, 'क्योंकि न तो ये और न ही बीजेपी के नेता ही जो हिंसा को खुलेआम भड़काते हैं वो कश्मीरी या मुसलमान हैं। न्यू इंडिया में गायों को मुसलमानों और दूसरे अल्पसंख्यकों ज्यादा अधिकार है।' हालांकि, बाद में खबर आई कि अकेले पुलिस वाले पर नजदीक से पिस्तौल सटाने वाला शख्स का नाम मोहम्मद शाहरुख है और पुलिस ने उसे हिरासत में ले रखा है।
दिल्ली में थम नहीं रही हिंसा
इस बीच दिल्ली में सीएए को लेकर रविवार से भड़की हिंसा मंगलवार को भी जारी है। इस हिंसा में अब तक एक पुलिसकर्मी समेत 9 लोगों की मौत हो चुकी है और सौ से ज्यादा लोग जख्मी हैं। दंगाइयों ने जफाराबाद, मौजपुर, भजनपुरा और गोकुलपुरी इलाके में हिंसा फैला रखी है। कई वाहन फूंक दिए गए हैं, घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया है। हालात को काबू में रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात भी किया गया है,लेकिन हिंसा पर पूरी तरह से काबू नहीं पायी जा सकी है।
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