मुश्किल में घिरीं महबूबा मुफ्ती, जम्मू-कश्मीर बैंक नियुक्तियों को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो ने मांगा जवाब
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में हालात को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमले कर रही पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती मुश्किल में घिरती नजर आ रही है। जम्मू कश्मीर एंटी करप्शन ब्यूरो ने महबूबा मुफ्ती से सवाल किए हैं। जम्मू-कश्मीर बैंक में गैर-कानूनी नियुक्तियों को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो ने राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से सवाल किए हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो ने महबूबा मुफ्ती को पत्र लिखकर कथित भ्रष्टाचार पर स्पष्टीकरण मांगा है।
मुश्किल में घिरीं महबूबा मुफ्ती
दरअसल मंत्रियों की सिफारिश पर जम्मू-कश्मीर बैंक के चेयरमैन द्वारा कुछ नियुक्तियों का मामला सामने आया है। इसे लेकर एंटी करप्शन ब्यूरों ने महबूबा मुफ्ती से जवाब मांगा है कि वह यह स्पष्ट करें कि क्या जम्मू-कश्मीर बैंक में नियुक्तियों के लिए इस तरह के संदर्भों पर आपका समर्थन था? वहीं जम्मू-कश्मीर बैंक से बर्खास्त हुए चेयरमैन अहमद नेंगरू के घर एसीबी की छापेमारी में कई अहम दस्तावेज़ और फाइलें जब्त की गई। उनके कम्प्यूटर और लैपटॉप भी खंगाले गए थे। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर महबूबा मुफ्ती से सवाल किया गया है।
ACB ने बैंक नियुक्तियों पर मांगा जवाब
एसीबी के एसएसपी की ओर से 3 अगस्त को महबूबा मुफ्ती को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर में जांच से पता चला है कि नियुक्तियों के लिए जम्मू और कश्मीर बैंक के चेयरमैन से कुछ मंत्रियों ने सिफारिश की। एसीबी ने सवाल किया है कि क्या इस मामले में महबूबा मुफ्ती की ओर से कोई हामी भरी गई थी।
PDP नाराज
पीडीपी ने इस नोटिस पर नाराजगी जाहिर की है। पीडीपी ने कहा है कि केंद्र की नीतियों का विरोध करने के कारण उन्हें ये नोटिस भेजा जा रहा है। उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि उन पर दबाव बनाया जा रहा है। उनपर जानबूझ कर भ्रष्टाचार के आरोप मढ़े जा रहे हैं।
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