महबूबा मुफ्ती ने भारत-पाकिस्तान को आपस में बात करने की दी सलाह, वाजपेयी और मुशर्रफ की दिलाई याद
महबूबा मुफ्ती ने भारत-पाकिस्तान को आपस में बात करने की दी सलाह, वाजपेयी और मुशर्रफ की दिलाई याद
श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDA) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने शनिवार (14 नवंबर) को कहा कि भारत और पाकिस्तान अपनी राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर कर आपस में बात करनी चाहिए। महबूबा मुफ्ती ने कहा इस तरह नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दोनों ओर हो रही हताहतों से दोनों देशों नुकसान हो रहा है। जो बेहद दुखी है। महबूबा मुफ्ती का ये बयान शनिवार को तब आया जब शुक्रवार (13 नवंबर) को पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया गया। जिसमें भारत के 5 जवान और 6 आम नागरिकों की मौत हो गई। जिसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाक के 11 सैनिकों को मार गिराए और उनके बंकर और लॉन्च पैड उड़ा दिए।
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महबूबा मुफ्ती ने वाजपेयी और मुशर्रफ की दिलाई याद
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को फिलहाल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ के संघर्ष विराम को लेकर बनी सहमति के बारे में सोचना चाहिए। दोनों देशों को उपर उठकर एक-दूसरे से बात करनी चाहिए।
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, "एलओसी के दोनों ओर हताहतों की बढ़ती संख्या को देखना बेहद दुखद है। भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठकर संवाद की पहल करनी चाहिए। वाजपेयी जी और मुशर्रफ साहब के बीच संघर्ष विराम पर बनी सहमति और अनुपालन को बहाल किया जाता है तो ये एक अच्छी शुरुआत होगी।"
हुर्रियत ने भी भारत और पाकिस्तान को दी बात करने की सलाह
महबूबा मुफ्ती के अलावा हुर्रियत ने भी भारत और पाकिस्तान को बात करने की सलाह दी है। हुर्रियत की ओर से जारी अधिकारिक बयान में मीरवाइज उमर फारूक ने कहा, जम्मू-कश्मीर में सीमा पर बनी तनाव की स्थितियों पर दोनों देश भारत औपर पाक की सरकार को आपस में बात करनी चाहिए। जिससे दोनों पक्षों के आम नागरिक और निर्दोष लोगों को कोई नुकसान ना हो।
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