मेघालय: कोयला खदान में फंसे 13 मजदूरों को पांचवें दिन भी नहीं निकाला जा सका
शिलॉन्ग। मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स जिले में एक कोयला खदान में गुरुवार से फंसे 13 मजदूरों को निकालने की कोशिशें जारी हैं। हांलाकि अभी तक इसमें कोई खास सफलता मिलती नहीं दिख रही है। सेपुंग पुलिस स्टेशन के कसान गांव में फंसे इन मजदूरों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की कई टीमें काम कर रही हैं। मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने कहा है कि एनडीआरएफ की टीमें अपनी बेहतरीन कोशिशें कर रही हैं लेकिन ये बहुत मुश्किल लग रहा है।
सीएम ने केंद्रीय मंत्री से मांगी मदद
संगमा ने बताया है कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू से बात की है और मजदूरों को निकालने के लिए और मदद की मांग की है। सीएम संगमा का कहना है कि वाटर लेवल यहां काफी हाई है, इससे बहुत मुश्किलें आ रही हैं। पंप लगाकर खदान से पानी निकाला जा रहा है लेकिन खदान में पानी भरा होने के चलते बचाव दल को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है।
बचाव दल की कोशिशें जारी
पूर्वी जयंतिया जिला के लैटीन नदी के पास कसान गांव में कोयला खदानों में काम कर रहे 13 मजदूर पानी से भरी कोयला खदान के अंदर खनन के काम में लगे हुए थे। जो इसमें अंदर फंस गए। उन्हें यहां से बाहर निकालने की कोशिश गुरुवार से ही जारी है लेकिन अभी तक इसमें किसी भी तरह की सफलता हाथ नहीं लगी है। एनडीआरएफ के 60 से अधिक सदस्यों वाले दो दल शुक्रवार से इन मजदूरों को निकालने की कोशिशें कर रहे हैं, वहीं राज्य आपदा मोचन बल की टीमें भी मौके पर हैं।
बचाव दल की तमाम कोशिशें नाकाम
अधिकारियों के मुताबिक, खदान 370 फुट गहरी है, एनडीआरएफ के अनुसार पानी का स्तर 70 फुट है। यहां से मजदूरों को निकालने की कोशिश जारी है। कुछ मजदूरों की पहचान स्थानीय प्रशासन ने कर ली है।