2022 तक 24X7 बिजली के लिये एक और ठोस कदम
2022 तक देश के हर घर में 24X7 यानि चौबीस घंटे बिजली सप्लाई करने की दिशा में देश के केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने एक और ठोस कदम उठाया है। उन्होंने देश में नवीकरणीय ऊर्जा को पांच गुना बढ़ाने के लिये 21 राज्यों में 33 सौर ऊर्जा पार्कों को मंजूरी दी है। इन पार्कों से 19,900 मेगावॉट अतिरिक्त बिजली पैदा होगी। यानि पूरे यूपी में वर्तमान में सप्लाई होने होने वाली बिजली की तीन गुना।
24X7 बिजली के लिये एक और ठोस कदम
पीयूष गोयल के अनुसार एनडीए सरकार ने विश्व के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसमें वर्ष 2022 के लिए लक्ष्य को पांच गुना बढ़ाकर 35 हजार मेगावाट से 175 गीगावाट कर दिया गया है। इस साल जनवरी में भारत ने पांच हजार मेगावाट सौर ऊर्जा की क्षमता हासिल करने का लक्ष्य पार कर लिया है। अगले साल के अंत तक 18 हजार मेगावाट क्षमता का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।
इस योजना के मुख्य अंश
-
इस
बड़े
लक्ष्य
को
प्राप्त
करने
के
लिए
नवीन
एवं
नवीकरणीय
ऊर्जा
मंत्रालय
ने
सौर
पार्कों
के
विकास
की
योजना
जैसी
कई
परियोजनाओं
की
शुरुआत
की
है।
-
देश
में
अल्ट्रामेगा
सौर
पार्कों
के
माध्यम
से
20
गीगावाट
की
क्षमता
हासिल
करने
का
लक्ष्य
रखा
गया
है।
-
योजना
में
निर्धारित
25
सौर
पार्कों
के
बदले
मंत्रालय
ने
21
राज्यों
में
33
सौर
पार्कों
को
मंजूरी
दी
है।
इनकी
क्षमता
लगभग
19,900
मेगावाट
होगी।
-
एसईसीआई
इसके
लिए
कार्यान्वयन
एजेंसी
बनाया
गया
है
और
374
करोड़
रुपये
मंजूर
किए
गए
हैं।
-
संबंधित
राज्यों
की
विकास
एजेंसियों
को
54.93
करोड़
रुपये
जारी
कर
दिए
गए
हैं।
-
कार्य
की
प्रगति
के
आधार
पर
सौर
पार्कों
को
ए
बी
या
सी
श्रेणी
में
वर्गीकृत
किया
गया
है।
- देश भर में छत के ऊपर सौर ऊर्जा, स्मार्ट ग्रिड और लोड लेबलिंग योजनाओं पर काम चल रहा है।
ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा से संबंधित संसदीय सलाहकार समिति की आंध्र प्रदेश के तिरुपति में एक बैठक हुई। इसमें सौर पार्क योजना के कार्यान्वयन की प्रगति, उत्सर्जन घटाने और कार्यकुशलता बढाने के लिए एनटीपीसी द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा की गई। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय ऊर्जा, कोयला और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल ने की। इस बैठक में लोकसभा सदस्य श्री भारत सिंह, श्री ओम प्रकाश यादव, श्री सुशील किशोर सिंह, श्री जयदेव गाला और राज्यसभा सदस्य बशिष्ठ नारायण सिंह शामिल हुए।