मिलिए सुनील अरोड़ा से जिनकी देखरेख में होगें पांच राज्यों के चुनाव,इसके बाद सीईसी पद से होंगे रिटायर
मिलिए सुनील अरोड़ा से जिनकी देखरेख में होगें पांच राज्यों के चुनाव, इन चुनावों के बाद होंगे सीईसी के पद रिटायर
नई दिल्ली। देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा शुक्रवार को चुनाव आयोग ने कर दी है। पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में आज चुनावी शंखनाद हो गया। चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तारीखों का ऐलान किया। सुनील अरोड़ा की देखरेख में हो रहा ये आखिरी चुनाव है क्योंकि 13 अप्रैल को 65 वर्ष के हो रहे है इसलिए वो रिटायर हो रहे हैं। इन पांच राज्यों में निष्पक्ष चुनाव करवाने की जिम्मेदारी चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के कंधों पर है। आइए मिलते हैं पांच राज्यों के चुनाव की रूपरेखा तैयार करने वाले सुनील अरोड़ा से....
बता दें मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 वर्ष अथवा 65 वर्ष होता है। वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1980 बैच के राजस्थान कैडर के रिटायर अधिकारी है। चुनाव आयुक्त के पद पर इनकी नियुक्ति 31 अगस्त 2017 को हुई थी। बेहतरीन प्रशासनिक समझ रखने वाले इस अधिकारी को समय-समय पर महत्वपूर्ण पद मिलते रहे।
वसुंधरा राजे जब मुख्यमंत्री बनी तो अरोड़ा उनके प्रमुख शासन सचिव बने। इन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्री के सचिव के तौर पर भी काम किया है। वर्ष 2017 में आईएएस सुनील अरोड़ा चुनाव आयुक्त के रूप में चुने गए और महज एक वर्ष बाद ही मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त कर दिए गए।
अरोड़ा की पहचान एक कुशल प्रशासक की है। 1993-1998 तक राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत के प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया। इसके बाद वो प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली आ गए। अरोड़ा की वित्त और कपड़ा मंत्रालय एवं योजना आयोग में विभिन्न पदों पर भी तैनाती रही। केंद्र सरकार में सूचना एवं प्रसारण सचिव और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्य किया। अरोड़ा वित्त और कपड़ा मंत्रालय एवं योजना आयोग में विभिन्न पद भी संभाल चुके हैं।
पंजाब के होशियारपुर में 13 अप्रैल 1956 को जन्में सुनील अरोड़ा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई होशियारपुर में ही की इसके बाद डीएवी कॉलेज होशियारपुर से ही ग्रेजुएशन किया। इसके बाद पंजाब विवि से एमए की डिग्री हासिल करने के बाद वो विवि में ही पढ़ाने लगे और 1980 राजस्थान कैडर से आईएस बने। सुलील अरोड़ा के पिता इंडियन रेलवे में कार्यरत थे और मां होशियारपुर के ही डीएवी कॉलेज में पढ़ाती थीं। सुनील के अलावा उनके दोनों भाई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर हैं।
आईएसएस के पद पर नियुक्त होने के बाद सुनील अरोड़ा राजस्थान के धौलपुर, अलवर, नागौर और जोधपुर जैसे जिलों में तैनात रह चुके। पांच वर्षों तक भारतीय एयरलाइंस के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक भी रह चुके हैं। अप्रैल 2016 में रिटायर हो गए थे लेकिन उनकी चुनावों को लेकर प्रशासनिक अनुभव को देखते उन्हें रिटायरमेंट के बाद भी महत्वपूर्ण पद देकर उन्हें जोड़ा रखा गया।