अयोध्या भूमि विवाद पर बोले सीएम योगी- महाभारत से पहले भी फेल हुई मध्यस्थता
लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या जैसा इतिहास किसी का नहीं है। त्योहारों के दौरान अयोध्या में साफ-सफाई नहीं होती थी लेकिन जब से हमारी सरकार आई है दीपोत्सव के कार्यक्रम की शुरुआत की तब लोगों ने हमें धन्यवाद दिया। सीएम योगी ने कहा कि पिछले दो साल में अयोध्या में कई बदलाव किए हैं। हमने दीपोत्सव जैसे उत्सव को आयोजन के साथ ये बताया कि अयोध्या ने दीपावली उत्सव दिया है। ये अयोध्या वासियों के गौरव से जुड़ता है। उन्होंने कहा कि 'महाभारत' से पहले मध्यस्थता के प्रयास भी किए गए थे लेकिन वो फेल हो गया था। इसके बाद पांडवो और कौरवों के बीच में युद्ध हुआ।
बता दें कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को यहां दिगंबर अखाड़े में श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के महानायक महंत परमहंस रामचंद्र दास के पुण्यतिथि समारोह को बहुउद्देश्यीय हाल का लोकार्पण करने पहुंचे हुए थे। लोकार्पण के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने
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हा कि अयोध्या में एक नई पहल शुरू होने वाली है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो, हर भारतीय की ये इच्छा है लेकिन बड़े काम के लिए भूमिका भी बड़ी होनी चाहिए।
यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या मसले पर कोर्ट ने मध्यस्थता के लिए टीम गठित की थी जो कि विफल रही। हम जानते थे इससे हल नहीं निकलने वाला है। अब 6 अगस्त से प्रतिदिन सुनवाई होगी। हमें लगता है कि इस मामले में कोर्ट में जनभावनाओं का सम्मान किया जाएगा। अयोध्या को जिस हक से वंचित किया गया था वो हक अयोध्या को मिलना चाहिए। क्योंकि अयोध्या जैसा इतिहास दुनिया में कही नहीं है। पहले तो यहां त्योहारों पर कोई व्यवस्था नहीं होती थी लेकिन पिछले दो साल में अयोध्या में हमने काफी कुछ बदला है।
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